Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Mar, 2018 10:39 PM
बिहार के मधुबनी जिले में भारत नेपाल अंतराष्ट्रीय सीमा से सशस्त्र सीमा बल के जवानो ने एक अमरीकी मरीन कमांडो को गिरफ्तार किया है। 50 साल का यह कमांडो इलाके में संदिग्ध रूप से घूम रहा था। सशस्त्र सीमा बल( एसएसबी) के प्रवक्ता ने बताया कि अमरीकी कमांडो...
नई दिल्ली: बिहार के मधुबनी जिले में भारत नेपाल अंतराष्ट्रीय सीमा से सशस्त्र सीमा बल के जवानो ने एक अमरीकी मरीन कमांडो को गिरफ्तार किया है। 50 साल का यह कमांडो इलाके में संदिग्ध रूप से घूम रहा था। सशस्त्र सीमा बल( एसएसबी) के प्रवक्ता ने बताया कि अमरीकी कमांडो डेविड दूह्यून क्युंग को 19 मार्च की रात गिरफ्तार किया गया। गुप्तचर ब्यूरो, रा एवं स्थानीय पुलिस के जवान उससे पूछताछ कर रहे हैं।
मधुबनी जिले के जयनगर इलाके में स्थित खोउना सीमा चौकी के निकट एसएसबी के जवानो ने डेविड को पकड़ा। उसके पास से 1919 अमरीकी डालर, एक कंपास और एक परिचय पत्र बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि डेविड को बाद में स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि प्राथमिक पूछताछ में डेविड ने बताया कि वह अमरीका का नागरिक है और उसने नेपाल का पर्यटन वीजा दिखाया, जिसकी मियाद 12 अप्रैल तक है।
उन्होंने बताया कि गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) एवं रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रा) सहित सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई विस्तृत पूछताछ से पता चला है कि वह 26 अक्तूबर 2017 को भारत आया था और 17 जनवरी को उसे देश छोडऩे के लिए कहा गया था। प्रवक्ता ने बताया कि उसका वीजा रद्द कर दिया गया था और 26 जनवरी को उसे निर्वासित कर दिया गया था। यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि उस वक्त डेविड को क्यों निर्वासित किया गया था। प्रवक्ता ने बताया कि डेविड मूल रूप से दक्षिण कोरिया का रहने वाला है लेकिन वह 1998 में अमरीका में बस गया था।
उन्होंने बताया कि डेविड ने यह दावा किया है कि दिल्ली से वह दक्षिण कोरिया चला गया था और 12 मार्च को वह नेपाल आया। प्रवक्ता ने बताया कि उसका बयान विवादास्पद है क्योंकि उसके पास टिकट और बोर्डिंग पास तो है लेकिन उसके पासपोर्ट पर इसकी सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि नेपाल पहुंचने के बाद उसके मुताबिक उसने देश का दौरा किया और जब वह जनकपुर तथा आस पास के गांव के दौरे पर था तो एसएसबी के जवानो ने उसे पकड़ लिया।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि निर्वासित किए जाने के बावजूद उसका देर रात भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करना ङ्क्षचताजनक बात है और उसका परिचय पत्र और उसकी मंशा के बारे में अब पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस और खुफिया एजेंसियां अमरीकी दूतावास से उसके बारे में जानकारी लेने की कोशिश कर रहीं हैं।