Edited By Tanuja,Updated: 02 Sep, 2020 05:07 PM
अमेरिका की एक शीर्ष वैज्ञानिक संस्था ने भारत सहित सात देशों की करीब 16,000 गर्भवती महिलाओं में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार और उसके ...
वाशिंगटन: अमेरिका की एक शीर्ष वैज्ञानिक संस्था ने भारत सहित सात देशों की करीब 16,000 गर्भवती महिलाओं में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार और उसके प्रभाव का अध्ययन शुरू किया है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH ) ने मंगलवार को इस अध्ययन की घोषणा करते हुए कहा कि अध्ययन के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित और संक्रमण मुक्त गर्भवती महिलाओं का पूरी गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद 12 महीने तक ध्यान रखा जाएगा ताकि मां, भ्रूण और नवजात पर संक्रमण के असर का अध्ययन किया जा सके।
बयान के अनुसार, इस अध्ययन में भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, केन्या, जाम्बिया, कांगो और ग्वाटेमाला भाग ले रहे हैं। NIH के यूनिस केनेडी श्राइवर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ एंड ह्यूमन डेवेलॉपमेंट (NICHD ) द्वारा वित्त पोषित ग्लोबल नेटवर्क फॉर वूमंस एंड चिल्ड्रेंस हेल्थ रिसर्च यह अध्ययन करेगा। एनआईएच ने एक बयान में कहा कि प्रसव के बाद महिला की एंटीबॉडी जांच करायी जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह वायरस के संपर्क में आयी थी या नहीं।