Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 12:48 AM
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र साइबर क्राइम के लिहाज से सबसे आसान टार्गेट के तौर पर सामने आए हैं। वर्ष 2016 में साइबर क्राइम के सबसे ज्यादा 2639 मामले अकेले उत्तर प्रदेश में हुए जबकि महाराष्ट्र 2380 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर रहा। वहीं मुम्बई सबसे...
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र साइबर क्राइम के लिहाज से सबसे आसान टार्गेट के तौर पर सामने आए हैं। वर्ष 2016 में साइबर क्राइम के सबसे ज्यादा 2639 मामले अकेले उत्तर प्रदेश में हुए जबकि महाराष्ट्र 2380 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर रहा। वहीं मुम्बई सबसे ज्यादा अनसेफ सिटी के तौर पर सामने आया।
मुम्बई और बेंगलूर सबसे अनसेफ शहर
वहीं शहरों में साइबर क्राइम की बात करें तो मुम्बई सबसे अनसेफ सिटी बना हुआ है। 2016 में सिर्फ मुम्बई में ही 980 मामले दर्ज हुए। वहीं 762 मामलों के साथ बेंगलूर दूसरे, जयपुर (582) तीसरे, लखनऊ (361) चौथे, हैदराबाद (291) 5वें, पुणे (269) छठे और कोलकाता (167) 7वें नंबर पर रहा।
देश भर में बढ़े साइबर क्राइम
साइबर क्राइम पूरे देश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। 2014 में देश में साइबर क्राइम के कुल 9622 मामले दर्ज हुए जबकि वर्ष 2015 में यह आंकड़ा बढ़कर 11,592 जा पहुंचा था। एन.सी.आर.बी. की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2016 में साइबर क्राइम केस की संख्या 12,317 जा पहुंची। प्रशासनिक स्तर पर लाचारी और क्रिमिनल्स के हाईटैक होने से आम जनता ठगी की शिकार बन रही है। जागरूकता की कमी और टैक्नोलॉजी के बारे में जानकारी नहीं होना भी इसका एक बड़ा कारण है।