Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Oct, 2020 09:09 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में अटल सुरंग के उद्घाटन के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मित्र अर्जुन गोपाल का दशकों पुराना सपना भी शनिवार को पूरा हो गया। अर्जुन गोपाल उर्फ ‘टशी दवा'' के बेटे अमर सिंह और...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में अटल सुरंग के उद्घाटन के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मित्र अर्जुन गोपाल का दशकों पुराना सपना भी शनिवार को पूरा हो गया। अर्जुन गोपाल उर्फ ‘टशी दवा' के बेटे अमर सिंह और राम देव ने उद्घाटन के बाद कहा कि उनके पिता ने पूर्व प्रधानमंत्री को इस सुरंग के निर्माण की सलाह दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण और सभी मौसमों में इस्तेमाल की जा सकने वाली अटल सुरंग का शनिवार को उद्घाटन किया।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इससे पहले कहा था कि वाजपेयी को यहां सुरंग निर्माण का विचार लाहौल के तशी दोबहे गांव में रहनेवाले अर्जुन गोपाल से मिला था।'' लाहौल-स्पीति जिले के अपने पैतृक गांव थोलांग में 75 वर्षीय अमर सिंह ने कहा कि उनके पिता वाजपेयी से 1998 मिले थे। वह लाहौल-स्पीति जिले के लोगों के फायदे के लिए रोहतांग दर्रे के भीतर से रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सुरंग के निर्माण की मांग करने के लिए मिले थे। उन्होंने कहा कि मेरे पिता की मौत 2008 में हो गई। आज, उनका दशकों पुराना सपना पूरा हो गया और इस अवसर पर मेरी खुशी की कोई सीमा नहीं है।
अटल सुरंग की खासियत
- इससे मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा समय में चार से पांच घंटे तक कमी आएगी।
- मनाली को लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ने वाली 9.02 किलोमीटर लंबी अटल सुरंग दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है।
- यह सुरंग मनाली को सालभर लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी। इससे पहले भारी बर्फबारी की वजह से घाटी छह महीने तक देश के अन्य हिस्सों से कटी ही रहती थी।
- सामरिक रूप से महत्वपूर्ण यह सुरंग हिमालय की पीर पंजाल श्रृंखला में औसत समुद्र तल से 10,000 फीट की ऊंचाई पर अति-आधुनिक विशिष्टताओं के साथ बनाई गई है।