Edited By shukdev,Updated: 06 Feb, 2019 06:33 PM
कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला को विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत में अपना अभिभाषण विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी के कारण अधूरा छोडऩा पड़ा। बुधवार को कर्नाटक के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में जैसे ही वजुभाई ने...
बेंगलुरु: कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला को विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत में अपना अभिभाषण विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी के कारण अधूरा छोडऩा पड़ा। बुधवार को कर्नाटक के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में जैसे ही वजुभाई ने अपना अभिभाषण शुरू किया, विपक्ष के नेता बी. एस. येदियुरप्पा ने अध्यक्ष की कुर्सी के सामने जाकर धरना देना शुरू कर दिया। भाजपा विधायकों ने भी येदियुरप्पा का अनुसरण करते हुए अध्यक्ष की कुर्सी के समक्ष जाकर कर्नाटक की कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार बहुमत खो चुकी है, इसीलिए सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने गठबंधन सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह राज्यपाल को ‘झूठ’ पर आधारित अभिभाषण देने पर मजबूर कर रही है। भाजपा विधायकों की नारेबाजी और शोरगुल के कारण राज्यपाल का अभिभाषण सुनाई नहीं दे रहा था। इसके बावजूद राज्यपाल ने अपना अभिभाषण थोड़ी देर के लिए जारी रखा। विपक्ष के हंगामे के कारण वह अपने 22 पृष्ठ के अभिभाषण के केवल दो पृष्ठ ही पढ़ सके और अपना अभिभाषण बीच में छोड़कर ही विधानसभा से चले गए।
इससे पहले बजट सत्र की शुरुआत पर विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार, विधान परिषद के अध्यक्ष प्रताप चंद्र शेट्टी, कुमारस्वामी, उप मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर और अन्य नेताओं ने राज्यपाल का स्वागत किया। राष्ट्रगान के बाद जैसे ही राज्यपाल ने अपना अभिभाषण शुरू किया भाजपा विधायकों ने धरना देना शुरू किया और मजबूर होकर उन्हें अपना अभिभाषण अधूरा छोड़कर सदन से जाना पड़ा।