Edited By vasudha,Updated: 07 Aug, 2018 06:14 PM
राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए नौ अगस्त को होने वाले चुनाव में राकांपा की वंदना चव्हाण विपक्ष की उम्मीदवार बन सकती हैं किंतु इस बारे में अंतिम निर्णय आज शाम को इन दलों के नेताओं की बैठक में किया जाएगा...
नेशनल डेस्क: राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए नौ अगस्त को होने वाले चुनाव में राकांपा की वंदना चव्हाण विपक्ष की उम्मीदवार बन सकती हैं किंतु इस बारे में अंतिम निर्णय आज शाम को इन दलों के नेताओं की बैठक में किया जाएगा। विपक्षी दलों के नेताओं की इस मुद्दे पर दूसरी बार बैठक के दौरान यह निष्कर्ष निकला कि चव्हाण को न केवल विपक्षी दलों बल्कि राजग के कुछ सहयोगियों का भी समर्थन मिल सकता है।
चव्हाण के नाम पर जताई सहमति
एक वरिष्ठ विपक्षी नेता ने बताया कि भले ही हम एक बार और मिलें किंतु यह लगभग तय है कि राकांपा की चव्हाण विपक्ष की उम्मीदवार होंगी। अधिकतर विपक्षी दलों ने चव्हाण के नाम पर सहमति जतायी किंतु उन्होंने अंतिम समय में बदलाव की भी गुंजाइश को छोड़ रखी है। चव्हाण के नाम का प्रस्ताव बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चन्द्र मिश्रा ने किया और तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने इसका अनुमोदन किया। इस प्रस्ताव का कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने समर्थन किया। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सेवानिवृत्त हुये उपसभापति पी जे कुरियन का कार्यकाल पिछले महीने यानी जुलाई में समाप्त हो गया था।
भाजपा ने नहीं की औपचारिक घोषणा
भाजपा नीत राजग ने उपसभापति चुनाव के लिए हालांकि किसी प्रत्याशी के नाम की औपचारिक घोषणा नहीं की है। किंतु सूत्रों ने बताया कि बिहार से जदयू सदस्य हरिवंश राजग के उम्मीदवार हो सकते हैं। 244 सदस्यीय उच्च सदन में उपसभापति चुनाव को जीतने के लिए 123 मतों की आवश्यकता पड़ेगी। यदि अन्नाद्रमुक (13), बीजद (9), टीआरएस (6) और वाईएसआर कांग्रेस (2) का समर्थन राजग को मिल जाता है तो उसके पास 126 मत हो जाएंगे। उच्च सदन में भाजपा के 73 और कांग्रेस के 50 सदस्य हैं। भाजपा के सहयोगी जदयू, शिवसेना और अकाली दल के क्रमश: छह और तीन- तीन सदस्य हैं।