Edited By vasudha,Updated: 24 Jul, 2018 07:01 PM
देश की राजधानी दिल्ली में बंदरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। लोग इस समस्या से इस कदर परेशान हैं कि राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान भी यहमामला उठाया गया...
नेशनल डेस्क: देश की राजधानी दिल्ली में बंदरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। लोग इस समस्या से इस कदर परेशान हैं कि राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान भी यह मामला उठाया गया। जैसे ही एक सदस्य ने इस मुद्दे को उठाया तो सभापति वेंकैया नायडू ने भी अपना दुख बताते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति निवास में भी काफी बंदर हैं जिससे कई तरह की परेशानियां होती है। उन्होंने सरकार से इसका हल निकालने की मांग की।
राज्यसभा में इंडियन नेशनल लोकदल के रामकुमार कश्यप ने कहा कि दिल्ली में बंदरों की समस्या बढ़ गई है। गीले कपड़े बाहर सुखाना मुश्किल हो गया है। बंदर या तो कपड़े फाड़ देते हैं या लेकर भाग जाते हैं। पेड़-पौधे भी तोड़ देते हैं। उन्होंने कहा कि एक संसद सदस्य को एक समिति की बैठक में जाने के लिए केवल इस वजह से देर हुई क्योंकि बंदरों ने उन पर हमला कर दिया था। उनके बेटे पर भी बंदरों ने हमला किया था।
कश्यप की बात सुनते ही उपराष्ट्रपति ने कहा कि मेरे घर में भी यह समस्या है। पशु अधिकार कार्यकर्ता और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि वह यहां नहीं हैं। इस पर सदन में मौजूद सदस्य मुस्कुरा उठे। नायडू ने संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल से कहा कि दिल्ली में बंदरों के खतरे को लेकर कोई समाधान तो निकालना ही होगा।