Edited By Yaspal,Updated: 05 Oct, 2022 07:12 PM
विजयादशमी का पर्व देशभर में दो बाद फिर से हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। पिछले दो साल कोरोना महामारी के कारण दशहरा का पर्व पाबंदियों के बीच मनाया गया था लेकि दो साल बाद फिर से लोगों ने दशहरे का जमकर आनंद उठाया
नेशनल डेस्कः विजयादशमी का पर्व देशभर में दो बाद फिर से हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। पिछले दो साल कोरोना महामारी के कारण दशहरा का पर्व पाबंदियों के बीच मनाया गया था लेकि दो साल बाद फिर से लोगों ने दशहरे का जमकर आनंद उठाया। पूरे देश में दशहरा का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होता है। इस अवसर पर रावण का पुतला दहन करने की परंपना कई राज्यों में निभाई जा रही है। पटना, अमृतसर, लुधियाना में रावण के पुतले दहन किए गये।
कुल्लू दशहरे में शामिल हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में विश्व प्रसिद्ध कुल्लू दशहरे में शामिल हुए। पीएम मोदी बुधवार को हिमाचल के दौरे पर थे। जहां उन्होंने पहले बिलासपुर में कई हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगात दी। इसके बाद दशहरे मे शामिल होने के लिए कुल्लू रवाना हो गया। वह यहां करीब 45 मिनट तक रुके।
पटना के गांधी मैदान में दशहरा समारोह के दौरान 'रावण' पुतला का दहन किया गया। इस दौरान सैकड़ों लोगों की भीड़ इस भव्य दृश्य की गवाह बनी। लोगों ने बुराई पर अच्छाई की जीत होती देखी। मैदान में स्टॉल से लेकर झूले तक का आयोजन किया गया था, जो बच्चों से लेकर युवा तक के लिए उत्साह का केंद्र बना रहा।
दिल्ली के अजमेरी गेट स्थित रामलीला मैदान में हर साल रावण का विशाल पुतला जलाया जाता है। खाने-पीने के साथ मशहूर मेले का लुत्फ हर उम्र के लोग उठाते नजर आए। इस साल रामलीला मैदान में करीब 90 फीट का रावण दहन किया जाएगा। पीतमपुरा के नेताजी सुभाष पार्क में रंगारंग संगीत और लाइट शो के साथ सभी ने रावण दहन का लुत्फ उठाया। यहां तक कि दशहरा मेले में खाने-पीने की स्टालों पर भी व्यंजनों का लुत्फ उठाया।
बारिश ने डाला खलल
उत्तर प्रदेश के कई जिलों मे बारिश ने दशहरे को फीका कर दिया। कानपुर में दिन में बारिश हुई, जिससे रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के बनाए गए पुतले गल गए और फिर ढांचा शेष रह गया। इससे पहले मौसम विभाग ने बताया था कि दशहरे के अवसर पर बारिश हो सकती है।