Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Nov, 2017 09:25 PM
तुर्रा गांव में कुल 1042 वोटरों हैं। इसमें से कांग्रेस के उम्मीदवार नीलांशु को 413 और भाजपा के उम्मीदवार शंकरदयाल को सिर्फ 203 मिले
नेशनल डेस्कः मध्यप्रदेश के चित्रकूट में हुए उपचुनाव में भाजपा को मिली करारी शिकस्त से जहां पार्टी सक्ते में हैं। वहीं कांग्रेस के लिए ये जीत अॉक्सीजन के समान है। इसके अलावा उपचुनाव में देखने वाली बात रही कि पार्टी उस गांव में भी हार गई, जहां खुद प्रदेश के मुखिया ने एक रात गुजारी थी।
दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान शिवराज सिंह ने चित्रकूट के तुर्रा गांव में एक रात गुजारी थी। सीएम के इस कदम से पार्टी को उम्मीद थी कि तुर्रा गांव सहित आसपास के मतदाताओं का मूड बदलेगा लेकिन मुख्यमंत्री के आने से ठीक पहले गांव के सरपंच के घर पर टॉयलेट बनाने और उसे उखाड़ने के मामले से शायद जनता भी उखड़ गई और इसका असर नतीजों में देखने को मिला।
तुर्रा गांव में कुल 1042 वोटरों हैं। इसमें से कांग्रेस के उम्मीदवार नीलांशु को 413 और भाजपा के उम्मीदवार शंकरदयाल को सिर्फ 203 मिले। यही नहीं भाजपा प्रत्याशी शंकरदयाल त्रिपाठी अपने ससुराल सिंहपुर में भी हार गए। यहां कांग्रेस उम्मीदवार को 519 और भाजपा को 196 वोट मिले।
गौरतलब है कि चित्रकूट में उपचुनाव के चुनाव प्रचार के दौरान सीएम तुर्रा गांव के जिस आदिवासी के घर रात को रुकने वाले थे। वहां सीएम के पहुंचने से पहले ही उनके समर्थकों ने वीवीआईपी इंतजाम कर दिए थे। मुख्यमंत्री ने लालमन सिंह गोंड के यहां रात में खाना खाया था।
उनके वहां पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री के इस्तेमाल की हर चीज पैक कराके मंगवाई गई, कमरे में रंग रोगन हुआ, नया पलंग गद्दे आए और शौचालय भी बनाया गया था। मुख्यमंत्री के जाने के बाद कार्यकर्ता सारा सामान वापस उठाकर ले गए।