Edited By Monika Jamwal,Updated: 07 May, 2018 01:33 PM
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता, जबकि मुख्य विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को स्थिति और बदतर होने की आशंका है।
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता, जबकि मुख्य विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को स्थिति और बदतर होने की आशंका है। प्रदेश कांग्रेस समिति ने रविवार को शोपियां में सुरक्षा बलों की कार्रवाई के दौरान पांच नागरिकों के मारे जाने की कड़ी ङ्क्षनदा की है। पार्टी ने हालांकि आज के सचिवालय घेराव के प्रस्तावित कार्यक्रम को रद्द करने की घोषणा की है। अलगावादियों ने शोपियां में सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में मारे गये लोगों के विरोध में सचिवालय के पास घरना देने और कश्मीर हड़ताल का आह्वान किया है।
महबूबा ने टवीट्र पर लिखा, शोपियां में पांच निर्दोष नागरिकों की मौत इस बात की याद दिलाती है कि हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। हम सभी को एकजुट होकर निरंतर और सार्थक वार्तालाप में शामिल होकर घाटी को इस बुरे सपने से बाहर निकालना होगा। कल रात मुफ्ती ने अपने बयान में देश के नेतृत्व से अपील की थी कि वह राजनीतिज्ञता का प्रदर्शन करते हुए जम्मू-कश्मीर को इस दुष्चक्र से बाहर निकाले। मुख्यमंत्री ने निर्दोष नागरिकों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, यह बहुत निराशाजनक है कि राज्य में हिंसा के कुचक्र के कारण युवाओं की जानें जा रही है जिनका उपयोग राज्य में सकारात्मक योगदान हो सकता था। उन्होंने कहा कि बंदूक, आतंकवाद के मार्ग पर चलकर या सुरक्षा बलों से किसी भी तरह उलझ कर मुद्दों का कोई भी समाधान नहीं निकल सकता है। मुफ्ती ने कहा, मैंने बार-बार दोहराया है कि राजनीतिक मुद्दों पर राजनीतिक हस्तक्षेप की जरूरत है। उन्होंने युवाओं को बताते हुए कहा कि उनकी ऊर्जा, उनकी युवावस्था, सपने और आकांक्षाएं समाज के लिए उनके शवों, कब्रों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण और पवित्र हैं।