Edited By ,Updated: 01 May, 2017 12:29 PM
आज से मंत्री-अफसर समेत हर तरह के वीआईपी की गाड़ियों पर लाल, पीली और नीली बत्ती का इस्तेमाल बंद हो जाएगा। राष्ट्रपति, पीएम ,सीएम हो या कोई भी मंत्री उनकी गाड़ियों से लालबत्ती हट जाएगी।
नई दिल्लीः आज से मंत्री-अफसर समेत हर तरह के वीआईपी की गाड़ियों पर लाल, पीली और नीली बत्ती का इस्तेमाल बंद हो जाएगा। राष्ट्रपति, पीएम ,सीएम हो या कोई भी मंत्री उनकी गाड़ियों से लालबत्ती हट जाएगी। वहीं अब अगर किसी भी गाड़ी पर बत्ती लगी मिली तो मोटर व्हीकल एक्ट के तहत ट्रैफिक इंस्पेक्टर न सिर्फ बत्ती उतरवाएगा, बल्कि 3000 रुपए जुर्माना भी करेगा। गौरतलब है कि 19 अप्रैल को मोदी कैबिनेट ने सेंट्रल व्हीकल एक्ट में बदलाव को मंजूरी दी है। इसके मुताबिक, अब 1 मई से केंद्र या राज्य कहीं भी लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं हो सकेगा। सिर्फ इमरजेंसी सर्विस में नीली बत्ती लगाने की छूट दी गई है।
इस फैसले के बाद नितिन गडकरी ने कहा था, ''सिर्फ इमरजेंसी सर्विस (एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस) के लिए बत्ती का चलन रहेगा, इसके अलावा नहीं। मैंने कार से लाल बत्ती को हटा दिया। ये आम आदमी की सरकार है। हम वीआईपी कल्चर खत्म कर रहे हैं।'' जिस दिन यह आदेश आया था कुछ अफसरों और मंत्रियों ने उसी दिन ही लालबती उतार दी थी। वहीं रविवार को भी मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में वीआईपी कल्चर की जड़ें गहरी हैं। देश में इसको लेकर एक नफरत का माहौल है। सरकारी गाड़ियों से लालबत्ती हटा दी गई हैं। लेकिन हमारे मन से भी हमें इसे निकालना है। उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया का मतलब VIP नहीं बल्कि ईपीआई ले। EPI का मतलब है, एवरी पर्सन इम्पॉर्टेंट।"