Edited By Mahima,Updated: 13 Aug, 2024 01:39 PM
बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में सावन के चौथे सोमवार की रात मची भगदड़ का पहला वीडियो सामने आया है, जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मंदिर में उमड़ी भीड़ और उसके बाद मची अफरा-तफरी को देखा जा सकता...
नेशनल डेस्क: बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में सावन के चौथे सोमवार की रात मची भगदड़ का पहला वीडियो सामने आया है, जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मंदिर में उमड़ी भीड़ और उसके बाद मची अफरा-तफरी को देखा जा सकता है।
रात के करीब 12 बजे हुई भगदड़
रात करीब 12 बजे के आस-पास मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई थी। यह मंदिर वानावर पहाड़ पर स्थित है, और श्रद्धालु यहां बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार, मंदिर के सीढ़ी पर फूलों की दुकान के पास कुछ श्रद्धालुओं के बीच झड़प हो गई। झड़प के बाद भीड़ में चीख-पुकार मच गई, जिससे भगदड़ का माहौल उत्पन्न हो गया।
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— Khushbu Goyal (@kgoyal466) August 13, 2024
भगदड़ में हुई 8 की मौत, कई घायल
भगदड़ के दौरान लोगों के कुचले जाने और टकराने से कई लोग घायल हो गए। घटना में 8 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है, जिनमें 5 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं। मृतकों में मोर टेकरी गांव की पूनम देवी, लडौआ गांव की निशा कुमारी, जल बीघा के नाडोल गांव की सुशीला देवी, एरकी गांव की निशा देवी, और पुरुषों में राजू कुमार और प्यारे पासवान शामिल हैं।
Another stampede, this time in Bihar, has claimed the lives of 7 people, and left more than 50 injured.
A sea of devotees had gathered at a temple in Jehanabad. Reports say an argument between a flower seller and a devotee triggered the stampede.#Stampede #Bihar #BiharNews pic.twitter.com/aCPo919uVP
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) August 12, 2024
मामले की जांच शुरू
जहानाबाद जिला प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। मगध प्रमंडल के कमिश्नर मयंक बड़बड़े के अनुसार, प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि फूल की दुकान चलाने वाले और श्रद्धालुओं के बीच झड़प के बाद भगदड़ मची। मयंक ने बताया कि मंदिर के ऊपर बने होने के कारण वहां एक ही रास्ता है, जिससे भीड़ नियंत्रण में कठिनाई हुई। कमिश्नर ने कहा कि घटना के बाद लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। पुलिस ने कुछ युवकों के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन घटना के असली कारणों का पता अभी नहीं चल सका है। महंत अभिमन्यु सिंह ने मीडिया को बताया कि सावन के चौथे सोमवार को मंदिर में करीब 1500 श्रद्धालु पहुंचे थे।