Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Dec, 2022 07:48 PM

गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर और मध्य गुजरात के 14 जिलों की 93 सीटों पर सोमवार अपराह्न पांच बजे तक 58.80 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो...
नेशनल डेस्क: गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर और मध्य गुजरात के 14 जिलों की 93 सीटों पर सोमवार अपराह्न पांच बजे तक 58.80 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो गया। निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद भी कई बूथ पर मतदाताओं की कतारें लगी थी और नियमानुसार इनके वोट देने के बाद ही ईवीएम मशीनों को सील किया जायेगा। इससे मतदान प्रतिशत बढ़ने की संभावना है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने बताया कि अभी प्रतिशत की गणना और संकलन का काम जारी है। अनुमानित मतदाता टर्नआउट रुझान अपराह्न पांच बजे तक अरवल्ली में 60.18 प्रतिशत, अहमदाबाद में 53.57, आणंद 59.04, खेड़ा 62.65, गांधीनगर 59.14, छोटाउदेपुर 62.04, दाहोद 55.80, पंचमहाल 62.03, पाटण 57.28, बनासकांठा 65.65, महिसागर 54.26, महेसाणा 61.01, वडोदरा 58.00, साबरकांठा में 65.84 प्रतिशत मतदान हुआ है। साबरकांठा में सबसे अधिक 65.84 प्रतिशत और सबसे कम अहमदाबाद में 53.57 प्रतिशत हुआ है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. भारती और अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुलदीप आर्य ने सुबह 8:00 बजे गांधीनगर के सेक्टर-9 में वोट डाले और विद्या समीक्षा केंद्र में कार्यरत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का दौरा भी किया। दूसरे चरण में 14 जिलों के 26,409 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ जिसमें 50 प्रतिशत से अधिक 13,319 मतदान केंद्रों से लाइव वेबकास्टिंग की गई।
गांधीनगर में लोकतंत्र के महापर्व के लिए 82 वर्षीय बुजुर्गों का उत्साह देखने को मिला। सेक्टर-20 में सबसे पहले मतदान करने पहुंचे दंपत्ति ने मतदान केंद्र पर निर्धारित समय से पहले पहुंचकर समय पर सबसे पहले मतदान कर प्रेरणादायी उदाहरण पेश किया। दिव्यांग युगल मुकेश भारती जोशी व आशाबेन मतदान केंद्र पर आए और अपना पवित्र वोट डालकर गौरवान्वित महसूस किया। सेवानिवृत्त शिक्षक प्रवीणभाई ओझा (85) ने उत्साह से मतदान किया। गांधीनगर के कल्हार पटेल ने अपने जीवन का पहला वोट डालने पर खुशी का अनुभव किया।
कई स्थानों पर इवीएम में तकनीकी गड़बड़ी के चलते, कई जगहों पर बिजली बंद हो जाने से मतदान विलंब से शुरू हुआ और कुछ स्थानों पर लोगों ने स्थानीय मुद्दों को लेकर मतदान का बहिष्कार भी किया। पहले चरण की तुलना में आज ठंडी हवाओं के चलने के बावजूद मतदान शुरू होने के पहले से ही कई स्थानों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। पिछले 27 साल से सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी ने, अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस ने, आम आदमी पार्टी (आप) ने तथा सभी राजनीतिक दलों ने भी इस चुनाव को जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है।