Edited By rajesh kumar,Updated: 17 Sep, 2024 04:12 PM
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024, जो वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन, संरक्षण और दुरुपयोग को संबोधित करता है, आने वाले दिनों में संसद में पारित किया जाएगा।
नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024, जो वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन, संरक्षण और दुरुपयोग को संबोधित करता है, आने वाले दिनों में संसद में पारित किया जाएगा। पीएम मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, "वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन, संरक्षण और दुरुपयोग के लिए प्रतिबद्ध है। इसे आने वाले दिनों में संसद में पारित किया जाएगा।"
कब होगी संसदीय समिति की बैठक?
इससे पहले, लोकसभा सचिवालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक 18, 19 और 20 सितंबर को राजधानी नई दिल्ली स्थित संसद भवन एनेक्सी में होगी। 18 सितंबर को बैठक के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के प्रतिनिधि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर समिति के समक्ष मौखिक साक्ष्य दर्ज करेंगे। 19 सितंबर को समिति विधेयक पर कुछ विशेषज्ञों और हितधारकों, जैसे कि चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, पटना के कुलपति प्रोफेसर फैजान मुस्तफा, पसमांदा मुस्लिम महाज और ऑल इंडियन मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के विचार या सुझाव सुनेगी।
संयुक्त संसदीय समिति 20 सितम्बर को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर अखिल भारतीय सज्जादानशीन काउंसिल, अजमेर, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, दिल्ली और भारत फर्स्ट, दिल्ली के सुझावों पर सुनवाई करेगी। इस सप्ताह के प्रारंभ में दिल्ली में एक बैठक के दौरान मुस्लिम सामाजिक कार्यकर्ताओं और इस्लामी विद्वानों के एक समूह ने सरकार के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया तथा इस बात पर बल दिया कि सरकार की मंशा पर संदेह करना उचित नहीं है।
हम सरकार के साथ खड़े हैं- वजाहत कासमी
इस्लामिक स्कॉलर मुफ्ती वजाहत कासमी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों द्वारा सरकार के खिलाफ पैदा किए गए भ्रम को दूर करने के लिए एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें कहा गया था कि मुसलमानों की जमीन छीन ली जाएगी। उन्होंने कहा, "यह बैठक वक्फ (संशोधन) विधेयक में संशोधन को लेकर बुलाई गई थी। हमने यह बैठक कुछ राजनीतिक दलों द्वारा सरकार के खिलाफ फैलाए गए भ्रम को दूर करने के लिए बुलाई थी, जिसमें कहा गया था कि मुसलमानों की जमीन छीन ली जाएगी। बैठक शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित की गई। हम सरकार के साथ खड़े हैं और हमें सरकार की मंशा पर संदेह नहीं करना चाहिए। सरकार जरूरतमंद और गरीब मुसलमानों के बारे में सोच रही है। इस विधेयक से वक्फ फलेगा-फूलेगा, मुसलमान फलेंगे-फूलेंगे और देश भी फलेगा-फूलेगा।"