Edited By Seema Sharma,Updated: 16 Jul, 2018 01:15 PM
देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) जहां किसी भी केस को सुलझाने में सक्षम हैं लेकिन यह सर्वोच्च जांच एजेंसी अपने अंदरुनी झगड़े में ही उलझ कर रह गई है। दरअसल सीबीआई में इन दिनों ओहदे की जंग चल रही है। जांच ब्यूरो यह तय नहीं कर...
नई दिल्लीः देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) जहां किसी भी केस को सुलझाने में सक्षम हैं लेकिन यह सर्वोच्च जांच एजेंसी अपने अंदरुनी झगड़े में ही उलझ कर रह गई है। दरअसल सीबीआई में इन दिनों ओहदे की जंग चल रही है। जांच ब्यूरो यह तय नहीं कर पा रहा है कि उनका असली बॉस कौन है। इसी जंग के चलते सीबीआई ने सीवीसी को एक खत लिखकर कहा कि उसके दूसरे सबसे वरिष्ठ अधिकारी और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को निदेशक आलोक वर्मा की अगुआई करने का अधिकार नहीं है।
सीबीआई ने साथ में यह भी कहा कि जांच एजेंसी जिन अधिकारियों की भर्ती करने जा रही है, उनमें से कईयों के खिलाफ आरोपों की जांच चल रही है। उनमें से एक अस्थाना भी हैं जिनके खिलाफ भी कई मामलों में जांच चल रही है।
सीबीआई ने कहा कि अस्थाना आलोक वर्मा की जगह लेने के काबिल नहीं हैं। सीबीआई ने सीवीसी को कहा कि आलोक वर्मा की गैर-मौजूदगी में अस्थाना अधिकारियों की भर्ती नहीं कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि सीबीआई में सीवीसी की हरी झंडी के बाद ही विभिन्न पदों पर नियुक्तियां की जाती हैं।