Edited By Monika Jamwal,Updated: 09 Jun, 2018 02:01 PM
हुरिर्यत कान्फ्रेंस कश्मीर शांति के लिए गंभीर नहीं है इसका एक और उदाहरण सामने आया है।
श्रीनगर: हुरिर्यत कान्फ्रेंस कश्मीर शांति के लिए गंभीर नहीं है इसका एक और उदाहरण सामने आया है। वार्ता को लेकर केन्द्र ने साफ किया है कि वो हुरिर्यत से बात करने को तैयार है पर अब हुरिर्यत का कहना है कि वो वार्ता करने को उतावले नहीं हैं और कश्मीर मसले पर बात करने के लिए मरे नहीं जा रहे हैं। यह बयान किसी और ने नहीं बल्कि उदारवादी हुरिर्यत के मीरवायज उमर फारूक ने दिया है। उन्होंने कहा कि हम कश्मीर का हल चाहते हैं और बातचीत से ही चाहते हैं पर हम बात करने को मरे नहीं जा रहे हैं।
जामिया मस्जिद में नमाज के बाद लोगों को संबोधित करते हुए उमर फारूक ने कह कि, हमे शांति और विकास का सबक पढ़ाया जा रहा है। हम शांति चाहते हैं और विकास भी, हर कोई चाहता है दुनिया में, पर बाकी दुनिया से कश्मीर के हालात बहुत अलग हैं। आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के दौरे पर आए केन्द्रिय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हुरिर्यत को निशाना बनाते हुए कहा था कि यहां लोग बच्चों को बरगला रहे हैं और उनके हाथों में पत्थर थमा रहे हैं।