Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Feb, 2021 12:06 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रक्षा क्षेत्र में बजट प्रावधानों पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के पास हथियार, सैन्य उपकरण बनाने का सदियों पुराना अनुभव है, लेकिन स्वतंत्रता के बाद इस क्षमता को मजबूत नहीं किया गया। पीएम मोदी...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रक्षा क्षेत्र में बजट प्रावधानों पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के पास हथियार, सैन्य उपकरण बनाने का सदियों पुराना अनुभव है, लेकिन स्वतंत्रता के बाद इस क्षमता को मजबूत नहीं किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत क्षमताओं को तेजी से बढ़ाने के लिए अब प्रतिबद्ध है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने अपने इंजीनियरों-वैज्ञानिकों पर भरोसा किया और आज तेजस शान से आसमान में उड़ान भर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट के बाद भारत सरकार अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के साथ चर्चा करके बजट को कैसे-कैसे इंप्लीमेंट किया जाए और बजट के लिए साथ मिलकर कैसे रोडमैप तैयार हो, इस पर चर्चा हो रही है। आज रक्षा मंत्रालय के वेबीनार में भाग ले रहे सभी पार्टनर्स, स्टैक होल्डर्स के साथ चर्चा का मौका मिला है।
पीएम मोदी का संबोधन
- जहां हमारे वीर जवान ट्रेनिंग लेते हैं वहां हम कुछ ऐसा लिखा हुआ देखते हैं कि शांतिकाल में बसाया पसीना, युद्ध काल में रक्त बहने से बचाता है। यानि, शांति की प्री-कंडिशन है वीरता। वीरता की प्री-कंडीशन है सामर्थ्य। सामर्थ्य की प्री-कंडीशन है पहले से की गई तैयारी।
- आजादी के पहले हमारे यहां सैकड़ों ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां होती थीं। दोनों विश्व युद्धों में भारत से बड़े पैमाने पर हथियार बनाकर भेजे गए थे। लेकिन आजादी के बाद अनेक वजहों से इस व्यवस्था को उतना मजबूत नहीं किया गया, जितना किया जाना चाहिए था।
- भारत ने डिफेंस से जुड़े ऐसे 100 महत्वपूर्ण डिफेंस आइटम्स की लिस्ट बनाई है, जिन्हें हम अपनी स्थानीय इंडस्ट्री की मदद से ही मैन्यूफैक्चर कर सकते हैं। इसके लिए टाइमलाइन इसलिए रखी गई है ताकि हमारी इंडस्ट्री इन ज़रूरतों को पूरा करने का सामर्थ्य हासिल करने के लिए प्लान कर सकें।