Edited By Rahul Singh,Updated: 07 Sep, 2024 07:35 AM
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, एक परिसंचरण तंत्र आज उत्तर-पूर्वी राजस्थान और इसके आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बना हुआ है, जो सतह से 5.8 किलोमीटर तक फैला हुआ है। बांगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के...
जयपुर : राजस्थान में मानसून की तूफानी बारिश ने एक बार फिर तेज रफ्तार पकड़ ली है। भारी बारिश के कारण अजमेर और राजसमंद समेत कई इलाकों में हाहाकार मचा हुआ है। शुक्रवार को अजमेर में बारिश इतनी भारी रही कि शहर पूरी तरह से ठप हो गया। स्कूलों में शनिवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है, और पूरा शहर जलमग्न हो चुका है। लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। मौसम विभाग ने आज जयपुर,, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर जिलों में मेघगर्जन के साथ कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, एक परिसंचरण तंत्र आज उत्तर-पूर्वी राजस्थान और इसके आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बना हुआ है, जो सतह से 5.8 किलोमीटर तक फैला हुआ है। बांगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में अगले 3-4 दिन तक मानसून सक्रिय रहने की संभावना है। आज उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में मध्यम से अति भारी बारिश के प्रबल आसार बने हुए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, 8 और 9 सितंबर को भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इन दो दिनों के दौरान उदयपुर, कोटा, अजमेर और जयपुर के कुछ भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर और कोटा संभाग के कुछ हिस्सों में भी मध्यम से तेज बारिश की संभावना है।
अजमेर में शुक्रवार को बारिश ने रौद्र रूप धारण कर लिया। मूसलधार बारिश के कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया और प्रशासन को हाई अलर्ट पर आना पड़ा। स्कूली बच्चे रास्तों में फंस गए, जिन्हें एसडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू किया। अजमेर की आनासागर झील उफन गई, और उसका पानी सड़कों पर आ गया। राजसमंद में भी हालात कुछ हद तक इसी प्रकार के थे। कई अन्य इलाकों में जोरदार बारिश से जानमाल का नुकसान हुआ है।