Edited By Anil dev,Updated: 23 Aug, 2019 01:08 PM
पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले के भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 27 लोग घायल हो गए।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में उत्तरी 24 परगना जिले के कचुआ स्थित एक मंदिर का दीवार ढहने के बाद मचे भगदड़ में चार लोगों की मौत हो गई और 26 अन्य घायल हो गये। प्रारंभिक रिपाटर् के मुताबिक कल देर मध्य रात्रि में बड़ी संख्या में लोग लोकनाथ बाबा मंदिर में जनमाष्टमी मना रहे थे उसी दौरान यह हादसा हुआ। दीवार ढहने की खबर फैलते ही वहां भगदड़ मच गयी जिसमें चार लोगों की दबकर मौत हो गई तथा कई अन्य घायल हो गए। घायलों में कुछ की हालत गंभीर है।
ममता ने दिए परिजनों को पांच लाख रुपए का मुआवजा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि राज्य के उत्तरी 24 परगना जिले में एक मंदिर के पास शुक्रवार को भगदड़ जैसी स्थिति हो जाने के कारण कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई तथा 27 से अधिक लोग घायल हो गए। बनर्जी ने कछुआ लोकनाथ मंदिर के पास भगदड़ की स्थिति में मारे गये लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, इस बार कछुआ लोकनाथ मंदिर में भारी भीड़ जमा हुई थी। तड़के सुबह बारिश होने लगी जिसके कारण लोग बांस के अस्थायी स्टॉलों में छुपने की कोशिश करने लगे।
भारी बारिश के कारण टूट गए स्टॉल
भारी बारिश के कारण बांस के स्टॉल टूट गए। वहां जगह बहुत ही संकरी है और हड़बड़ी में कुछ लोग मंदिर के पास के तालाब में गिर गये। इससे वहां भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। बनर्जी ने राष्ट्रीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में संवाददाताओं से कहा कि दो लोगों की मौत हो गई तथा कई लोग घायल हुए हैं। घायलों में दो लोगों की स्थिति नाजुक है। घायलों को इसी अस्पताल में भर्ती किया गया है और ममता उनकी खैरियत पूछने यहां आईं।
घटनास्थल पर जारी है राहत कार्य
उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। वरिष्ठ मंत्रियों को बारासात अस्पताल, आरजी कर चिकित्सा महाविद्यालय और बशीरहाट के एक अस्पताल में भेजा गया है।बनर्जी ने कहा, राहत एवं बचाव अभियान अभी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मैं निजी स्तर पर स्थिति की निगरानी कर रही हूं। गंभीर रूप से घायल लोगों के परिजनों को एक लाख रुपये तथा मामूली तौर पर घायल हुए लोगों को 50 हजार रुपये का मुआवजा मिलेगा। उल्लेखनीय है कि हर साल इस दिन बड़ी संख्या में लोग लोकनाथ ब्रह्मचारी का जन्मदिन मनाने के लिए कछुआ लोकनाथ मंदिर में जमा होते हैं।