Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Jul, 2018 01:33 PM
फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर फर्जी खबरों एवं गलत सूचनाओं के चलते कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। हाल ही में बच्चा चोरी की अफवाहें इन दिनों व्हाट्सएप और फेसबुक पर काफी फैल रही है जिसको लेकर केंद्र सरकार ने सख्त...
नई दिल्लीः फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर फर्जी खबरों एवं गलत सूचनाओं के चलते कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। हाल ही में बच्चा चोरी की अफवाहें इन दिनों व्हाट्सएप और फेसबुक पर काफी फैल रही है जिसको लेकर केंद्र सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है। वहीं सरकार की सख्ती के बाद आज व्हाट्सएप ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से कहा कि कंपनी एप के दुरुपयोग पर रोक लगाने के उपायों की रूपरेखा तैयार कर रही है।
Whatsapp में होंगे बदलाव
व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने यूजर्स की सुरक्षा के लिए फिक्रमंद है। इस प्रोजेक्ट के जरिये, हम भारत में एकेडमिक एक्सपर्ट के साथ काम कर रहे हैं ताकि पता चले कि किस तरह गलत सूचना फैलाने के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। व्हाट्सएप ने कहा कि भीड़ द्वारा पीटकर हत्या करना भयावह हिंसा है और ये जघन्य घटनाएं हैं। व्हाट्सएप ने कहा कि फर्जी खबरों एवं गलत सूचनाओं की चुनौती से निपटने के लिए सरकार, समाज और प्रौद्योगिकी कंपनियों को साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। सरकार ने मंगलवार को व्हाट्सएप को उसके मैसेजिंग एप के जरिये फैल रही ऐसी अफवाहों को लेकर चेतावनी दी है। सरकार ने व्हाट्सएप से फर्जी खबरों, वीडियो और तस्वीरों पर लगाम लगाने को कहा है।
20 से ज्यादा लोगों की गई जान
व्हाट्सएप और फेसबुक पर तेजी से वायरल हो रहे फर्जी मैसेज के कारण पिछले दो हफ्तों में 20 से ज्यादा लोगों की जान गई है। ये हत्याएं अलग-अलग राज्यों में हुई हैं। महाराष्ट्र के धुले जिल के ग्रामीण बच्चे को चुराने के शक में 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया तो वहीं झारखंड में भी बच्चा चोरी के शक में 7 लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। तमिलनाडू, तेलंगाना, कर्नाटक, असम समेत कई राज्यों में फर्जी खबरों का असर देखने को मिला।