Edited By Yaspal,Updated: 09 May, 2018 07:31 PM
दिल्ली में ऐतिहासिक इमारतों, धरोहरों और सार्वजनिक संपत्ति से छेड़छाड़ का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर जहां एक मकबरे को मंदिर में बदलने का मामला सामने आया था तो अब मुगल बादशाह अकबर के नाम पर रखी गई रोड का नाम बदलने की बात सामने आ रही है।
नेशनल डेस्कः दिल्ली में ऐतिहासिक इमारतों, धरोहरों और सार्वजनिक संपत्ति से छेड़छाड़ का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर जहां एक मकबरे को मंदिर में बदलने का मामला सामने आया था तो अब मुगल बादशाह अकबर के नाम पर रखी गई रोड का नाम बदलने की बात सामने आ रही है।
यह मामला इंडिया गेट के बगल में अकबर रोड के साइन बोर्ड के साथ हुई छेड़छाड़ का है। किसी ने रातों रात अकबर रोड के साइन बोर्ड पर महाराणा प्रताप रोड का पर्चा चस्पा कर दिया था।
इसी अकबर रोड पर कांग्रेस पार्टी का कार्यालय भी स्थित है। माना जा रहा है कि यह पोस्टर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने लगाए हैं। ये सब महाराणा प्रताप की जयंती की वजह से किया गया है। आज महाराणा प्रताप की जयंती है।
इससे पहले भी सड़कों के नाम बदलने पर बवाल हो चुका है। पूर्व में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम मार्ग कर दिया गया था। देश के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी मृत्यु के बाद श्रद्धांजलि देने के लिए ऐसा किया गया था।
एनडीएमसी ने देश के पूर्व राष्ट्रपति को सम्मान देने के लिए यह निर्णय लिया था। वही एनडीएमसी ने 2017 में एक और रोड (डलहोजी रोड) का नाम बदलकर दाराशिकोह रोड कर दिया था। दाराशिकोह औरंगजेब का भाई था।
वहीं रेस कोर्स का नाम बदल लोक कल्याण मार्ग किया गया था। तीन मुर्ति मार्ग का नाम बदलने की भी चर्चा हुई लेकिन यह संभव नहीं हो सका।