Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Oct, 2018 08:23 AM
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 22 अक्तूबर को पार्टी मुख्यालय में थे और उनको चुनावग्रस्त राज्यों में अपना दौरा बीच में ही छोड़ कर लौटना पड़ा। उनका दिल्ली में लौटने का कोई कार्यक्रम नहीं था मगर मजबूरीवश उन्हें अपनी योजना बदलनी पड़ी।
नेशनल डेस्कः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 22 अक्तूबर को पार्टी मुख्यालय में थे और उनको चुनावग्रस्त राज्यों में अपना दौरा बीच में ही छोड़ कर लौटना पड़ा। उनका दिल्ली में लौटने का कोई कार्यक्रम नहीं था मगर मजबूरीवश उन्हें अपनी योजना बदलनी पड़ी। कुछ ने कहा कि वह सी.बी.आई. में मचे घमासान को लेकर दिल्ली लौटे क्योंकि उनके दो विश्वासपात्र अधिकारी विशेष निदेशक राकेश अस्थाना और ए.के. शर्मा संयुक्त निदेशक अलग-अलग हो गए थे और आलोक वर्मा ने बगावत कर दी थी।
रोचक बात यह है कि आलोक वर्मा को एन.एस.ए. अजीत डोभाल की सिफारिश पर सी.बी.आई. का प्रमुख बनाया गया था और अब वह मुसीबत बन गया। सबसे बड़ी चिन्ता का कारण यह है कि दोनों अधिकारी गुजरात कैडर के हैं तथा मोदी और अमित शाह के विश्वासपात्र हैं मगर शाह दिल्ली में ठहरे हुए हैं, फिर भी साहस के साथ काम कर रहे हैं और उन्होंने अपने बर्थडे पर भाजपा मुख्यालय में कुछ पत्रकारों से मुलाकात की।
जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा, ‘‘सर आपका बर्थडे केक कहां है?’’ इस पर अमित शाह ने उसको डांट पिलाई और कहा, ‘‘यह पश्चिमी सभ्यता का प्रतीक है। यहां आपको केक नहीं मिलेगा।’’