Edited By vasudha,Updated: 26 Mar, 2019 05:25 PM
कांग्रेस में शामिल होने के बाद अपने गृहराज्य गुजरात में कई स्थानों पर लोगों का विरोध झेल रहे पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के पूर्व संयोजक हार्दिक पटेल का एक नया वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। जिसमें अहमदाबाद के एक पार्क में आम लोग उन पर...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस में शामिल होने के बाद अपने गृहराज्य गुजरात में कई स्थानों पर लोगों का विरोध झेल रहे पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के पूर्व संयोजक हार्दिक पटेल का एक नया वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। जिसमें अहमदाबाद के एक पार्क में आम लोग उन पर भड़कते हुए दिखाई दे रहे हैं।
दरअसल हार्दिक और कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर प्रहलादनगर इलाके के एक पार्क में निजी गुजराती चैनल के कार्यकम में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान वहां सुबह की सैर के लिए आये लोगों ने हार्दिक से कई तीखे सवाल पूछे और कुछ ने तो उन्हें चुनाव में सबक सिखाने की धमकी तक दे डाली। वायरल हो रहे इस वीडियो में एक व्यक्ति हार्दिक को यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि कि अगर आप चुनाव लड़ोगे तो लोग आपकी कहानी खत्म कर देंगे। हार्दिक जवाब में यह कह रहे हैं कि आपकी ऐसी इच्छा होने भर से ऐसा नहीं हो जायेगा।
वहीं एक दूसरा व्यक्ति कह रहा है कि अब तक तुम्हारी इच्छा चली थी पर अब हम लोगों की ही इच्छा चलेगी। एक अन्य व्यक्ति पूछता है कि उनका विपक्ष में जाना समझ में आता है पर वह जेएनयू और शेहला राशिद के देश विरोधी टुकड़े टुकड़े का नारा लगाने वाले गिरोह के साथ कैसे खड़े हो रहे हैं। जवाब में हार्दिक ने कहा कि राशिद के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं है। इस पर एक व्यक्ति उन्हें रराशिद के इंटरव्यू को सुनने की सलाह देते हुए कहता है कि मुकदमा होना महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि किसी ने क्या कहा यह भी मायने रखता है।
इसके बाद कुछ लोग भारत माता की जय के नारे लगाते हैं और कुछ हार्दिक को वहां से भगाने की बात करते हैं। सकते में दिख रहे हार्दिक को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आपको मजा आया। इसके जवाब में लोग कहते हैं कि हम हमेशा मजे में रहते हैं। ज्ञातव्य है कि गत 12 मार्च को हार्दिक पटेल कांग्रेस में विधिवत शामिल हो गये थे। इसके बाद जामनगर, जहां से लोकसभा चुनाव लडऩे की उन्होंने इच्छा जतायी है, में ही उनके दो कार्यक्रम में लोगों ने उनका जबरदस्त विरोध किया और मोदी-मोदी के नारे लगाये। होली के मौके पर एक कार्यक्रम में तो उन्हें इसी वजह से बिना बोले स्टेज से उतरना पड़ा था। कई पाटीदार बहुल इलाकों में उन्हें गद्दार बता कर उनके पुतले भी जलाये गये हैं।