Edited By Yaspal,Updated: 08 Jan, 2021 09:56 PM
देश में कोरोना महामारी से जंग के बीच एक और वायरस फैल रहा है। इन्फ्युएंजा वायरस (बर्ड फ्लू) तेजी से फैल रहा है। कई राज्यों में बर्डफ्लू को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सूक्ष्मजीव विशेषज्ञ श्रीश चन्द्र शुक्ला बताते हैं कि फ्लू के असर को देखें, तो...
नेशनल डेस्कः देश में कोरोना महामारी से जंग के बीच एक और वायरस फैल रहा है। इन्फ्युएंजा वायरस (बर्ड फ्लू) तेजी से फैल रहा है। कई राज्यों में बर्डफ्लू को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सूक्ष्मजीव विशेषज्ञ श्रीश चन्द्र शुक्ला बताते हैं कि फ्लू के असर को देखें, तो इसका प्रभाव क्षेत्र गौर करने वाला हैं। दरअसल कौओं में ये बीमारी विशेष भौगोलिक क्षेत्र में दिख रही है, जो हिमालय के तलहटी से शुरू होकर पंजाब होती हुई पाकिस्तान और फिर राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों तक फैला है, इसी क्षेत्र के कौए इससे ग्रसित हो रहे हैं। साथ ही कौओं के भीतर दोस्ती की शैली भी इसके प्रसार की कारक है। कौवा ऐसा जीव होता है, जो अपनी दोस्ती को लेकर काफी गंभीर होता है, और तो और भोजन की व्यवस्था होने पर कई किमी दूर अपने साथी से उसे बांटता है। लिहाजा कह सकते हैं, कि कौऔं की दोस्ती ही उन पर भारी पड़ रही है।
बर्ड फ्लू पहला मामला केरल राज्य से सामने आया था। केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। जिन पक्षियों में वायरस का असर देखा जा रहा हैं, उन्हें राज्यों की सरकार ने मारने का आदेश दिया है। हिमाचल के कांगड़ा जिले के पोंग बांध क्षेत्र में बर्ड फ्लू के कारण अब तक 3,410 प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है।
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में मुर्गे-मुर्गियों के कुछ नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद इस संक्रामक बीमारी की रोकथाम के लिए स्थानीय प्रशासन ने कुक्कुट प्रजाति के इन पक्षियों को मारने की मुहिम शुरू कर दी है। पिछले 24 घंटे के दौरान करीब 450 मुर्गे-मुर्गियों को मारकर गड्ढे में दबा दिया गया है। पिछले 11 दिन के भीतर शहर में अलग-अलग प्रजातियों के करीब 250 पक्षी मृत पाए गए हैं। दिल्ली के हस्तसाल विलेज के डीडीए पार्क में भी 16 पक्षियों की आकस्मिक मौत हो की खबर मिली है। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में 4 कौवे मरे पाए गए हैं। गुजरात में जारी अलर्ट के बीच मेहसाणा जिले में चार कौवे मृत पाए गए।
केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूप के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बत्तखों एवं मुर्गे-मुर्गियों समेत 69,000 से अधिक पक्षियों को मारा गया है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में की गई नमूनों की जांच के परिणाम में दोनों जिलों में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि के बाद इन पक्षियों को मारने का अभियान शुरू किया गया।