Edited By Seema Sharma,Updated: 11 Jul, 2018 03:59 PM
बुराड़ी केस की गुत्थी सुलझाने में लगी क्राइम ब्रांच को रजिस्टर्स की जांच करने के बाद पता चला है कि ललित पिछले 3 साल से पूरे परिवार का ब्रेनवाश कर रहा था। छोटी-बड़ी बात के लिए परिवार को दोषी बताता था और उसकी बात न मानने के कारण ऐसा हुआ ये परिवार के...
नई दिल्ली: बुराड़ी केस की गुत्थी सुलझाने में लगी क्राइम ब्रांच को रजिस्टर्स की जांच करने के बाद पता चला है कि ललित पिछले 3 साल से पूरे परिवार का ब्रेनवाश कर रहा था। छोटी-बड़ी बात के लिए परिवार को दोषी बताता था और उसकी बात न मानने के कारण ऐसा हुआ ये परिवार के दिमाग में डालता था। क्राइम ब्रांच को मिले रजिस्टर में ललित ने ये लिखा है कि चेतावनी को नजरअंदाज ना करो, झूठी जि़ंदगी ना जिओ, बिना कर्म भोगे कभी जीवन आगे नही बढ़ता है, इसलिए ऐसी तैयारी करवाता हूं जो कर्म भोग आधा हो जाए, और संतुष्टि लायक जीवन जी सको, इंसान दुनिया को बना सकता है परिवार को बना सकता है, दूसरो की नजऱ में कोई पर्दा नही रहता, स्वभाव बदलो, छोटी-छोटी बातों पर विश्वास करो,अभी भी बताई गई बातें पूरी नही हो रही है, इसका कारण तुम्हारा मन दो तरफा रहता है, मना करने पर भी ऐसा काम करते हो, जो आगे रुकावट पैदा करता है, आज मकान का काम लेट हो गया है, इसके लिए तुम सब दोषी हो।
ललित के रजिस्टर की डिटेल
19 जुलाई 2015 को एक पन्ने में लिखा है कि-अपने सुधार में गति बढ़ा दो यह भी तुम्हारा धन्यवाद करता हूं कि तुम भटक जाते हो पर फिर एक दूसरे की बात मानकर एक छत के नीचे मेल मिलाप कर लेते हो...5 आत्माएं अभी मेरे साथ भटक रही है अगर तुम अपने में सुधार करोगे तो उन्हें भी गति मिलेगी...तुम तो सोचते होंगे कि हरिद्वार जा के सब कुछ कर आएं तो गति मिल जाएगी...जैसे मैं इस चीज़ के लिए भटक रहा हूँ ऐसे ही सज्जन सिंह-(टीना के पिता, यानी ललित के ससुर),हीरा-(प्रियंका के पिता),दयानंद गंगा देवी (ये दोनों सुजाता के सास ससुर है, यानी ललित की बड़ी बहन के) मेरे सहयोगी बने हुए हैं... ये भी यही चाहते हैं कि तुम सब सही कर्म करके अपना जीवन सफल बनाओ अगर हमारे नियमित काम पूरे हो जाएंगे तो हम अपने वास को लौट जाएंगे।
कोर्ड वर्ड में भी लिखता था रजिस्टर
2/8/15 को लिखा कि सामूहिक एकता और तालमेल का प्रभाव तुमने कुछ इस हफ्ते देख लिया है, अगले महीने से पैसा इखट्टा करना शुरू कर दो, उसमें से कुछ दुकान में डालना है और बाद में नया काम करना है, अगर उससे पहले आता है तो वही काम करना है, जब तक काम शुरू न हो भुप्पी अपना भ्रमण जारी रखे, जो भी नई चीज देखो उसे लिख लो,ये भ्रमण हफ्ते में 3 दिन करना जरूरी है, भले ही एक दिन छोड़कर, जब तक 5 व्यक्ति पूरे नही होते, बी+बी+एल अपनी बैठक जारी रखेंगे, इसके बाद 5 लोग हो जाये तो ये करेंगे, पी+एन छोड़ सकते है। इसे बाद परिवार में या लोगों ने कैसे चर्चा करनी है इसकी प्रेरणा रु को हो जाएगी अपने कर्तव्यों के प्रति और ज्यादा दृढ़ हो जाओ।