Edited By Utsav Singh,Updated: 09 Aug, 2024 06:55 PM
बांग्लादेश में हाल ही में एक नई अंतरिम सरकार का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं। इस अंतरिम सरकार का गठन गुरुवार रात हुआ और इसमें 17 सदस्यों ने शपथ ली है।
नेशनल डेसक : बांग्लादेश में हाल ही में एक नई अंतरिम सरकार का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं। इस अंतरिम सरकार का गठन गुरुवार रात हुआ और इसमें 17 सदस्यों ने शपथ ली है। इस नई सरकार में दो प्रमुख छात्र नेता भी शामिल हैं, एम नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद साजिब भुइयां। इन दोनों ने छात्र आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और इन्हें तख्तापलट का मुख्य चेहरा माना जाता है।
PM के रूप में मोहम्मद यूनुस
डॉ. मोहम्मद यूनुस को सेना समर्थित सरकार का सलाहकार नियुक्त किया गया है, और उनका दर्जा प्रधानमंत्री के समान माना जा रहा है। हालांकि, अभी तक सरकार में आधिकारिक रूप से कोई प्रधानमंत्री नहीं चुना गया है।उनकी सलाहकार परिषद के सदस्य भी मंत्री जैसा दर्जा प्राप्त करेंगे।
नाहिद इस्लाम और उनका योगदान
नाहिद इस्लाम ने बांग्लादेश में चल रहे आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी। उन्होंने बांग्लादेश आरक्षण सुधार आंदोलन की अगुवाई की, जो बाद में असहयोग आंदोलन में परिवर्तित हो गया। इस आंदोलन के कारण शेख हसीना की सरकार गिर गई और नाहिद के नेतृत्व में यह आंदोलन इतना उग्र हो गया कि शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा। नाहिद इस्लाम ने मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए भी राजी किया था। उनका जन्म 1998 में ढाका में हुआ और उन्होंने ढाका यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में पढ़ाई की। वे मानवाधिकार कार्यकर्ता और छात्र संगठन 'स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन' के समन्वयक हैं। नाहिद ने पुलिस पर आंदोलन के दौरान बर्बरता और दबाव बनाने का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया था।
आसिफ महमूद और उनका योगदान
आसिफ महमूद ने भी छात्र आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे कोमिला के निवासी हैं और ढाका यूनिवर्सिटी में लैंग्वेज स्टडीज के छात्र हैं।जून 2024 में आरक्षण के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन में शामिल होने के बाद आसिफ को 26 जुलाई को हिरासत में लिया गया। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें अस्पताल से हिरासत में लिया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।आसिफ ने आंदोलन के दौरान पुलिस की प्रताड़ना का आरोप लगाया और एक इंजेक्शन के कारण कई दिनों तक बेहोश रहे।
अंतरिम सरकार के 17 सदस्य
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डॉ. मोहम्मद यूनुस
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नाहिद इस्लाम
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ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन
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डॉ. एमडी नजरुल इस्लाम (आसिफ नजरुल)
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आदिलुर रहमान खान
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डॉ. सालेहुद्दीन अहमद
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एएफ हसन आरिफ
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सैयदा रिजवाना हसन
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आसिफ महमूद
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नूरजहां बेगम
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मोहम्मद तौहीद हुसैन
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शरमीन मुर्शिद
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बिधान रंजन रॉय
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एएफएम खालिद हुसैन
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फरीदा अख्तर
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फारूक-ए-आजम
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सुप्रदीप चकमा
इस नवगठित सरकार में महिला अधिकार कार्यकर्ता फरीदा अख्तर, दक्षिणपंथी पार्टी हिफाजत-ए-इस्लाम के उप प्रमुख एएफएम खालिद हुसैन, ग्रामीण दूरसंचार ट्रस्टी नूरजहां बेगम, स्वतंत्रता सेनानी शर्मीन मुर्शिद, चटगांव हिल ट्रैक्ट्स डेवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष सुप्रदीप चकमा, प्रोफेसर बिधान रंजन रॉय और पूर्व विदेश सचिव तौहीद हुसैन शामिल हैं।