Edited By shukdev,Updated: 22 Sep, 2018 06:10 PM
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि ‘भारत को संगठित करने वाले भागवत कौन होते हैं।’ राहुल ने यह भी कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लिए भारत एक ‘उत्पाद’...
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि ‘भारत को संगठित करने वाले भागवत कौन होते हैं।’ राहुल ने यह भी कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लिए भारत एक ‘उत्पाद’ है, लेकिन कांग्रेस के लिए यहां की जनता भारत है। उन्होंने कहा, ‘अमित शाह ने भारत के लिए कहा कि ये सोने की चिडिय़ा है। इसका मतलब यह है कि वह भारत को एक उत्पाद के तौर पर देखते हैं। आरएसएस और भाजपा का यही नजरिया है। हमारा नजरिया यह है कि भारतीय ही भारत हैं। मेरे लिए भारत के साथ बातचीत किए बिना भारत का नेतृत्व करना असंभव है।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘हम आरएसएस द्वारा ‘सोने की चिडिय़ा’ पर कब्जा करने की कोशिश के खिलाफ लड़ रहे हैं। शिक्षण संस्थान, उच्चतम न्यायालय, चुनाव आयोग इन सभी पर धीरे-धीरे कब्जा किया जा रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत देश को संगठित करने की बात कही है। मोहन भागवत देश को संगठित करने वाले आप कौन हैं? क्या आप कोई भगवान हैं? देश स्वयं खुद को जोड़ लेगा।’ गांधी ने कहा, ‘देश में ऐसा लग रहा है कि एक विचार थोंपा जा रहा है। आज किसान, मजदूर, नौजवान हर कोई कह रहा है कि 1 .3 अरब का देश किसी एक खास विचार के जरिए नहीं चलाया जा सकता।’