Edited By Seema Sharma,Updated: 09 Dec, 2021 11:45 AM
तमिलनाडु के कुन्नूर में हादसे का शिकार हुए सेना के हेलिकॉप्टर में सवार यात्रियों में एक मात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के उत्तर प्रदेश में देवरिया स्थित पैतृक गांव में अपने जांबाज सपूत की सलामती के लिए दुआओं का दौर जारी है।
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के कुन्नूर में हादसे का शिकार हुए सेना के हेलिकॉप्टर में सवार यात्रियों में एक मात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के उत्तर प्रदेश में देवरिया स्थित पैतृक गांव में अपने जांबाज सपूत की सलामती के लिए दुआओं का दौर जारी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे कैप्टन वरुण देवरिया जिले की रूद्रपुर तहसील में स्थित ग्राम खोरमा कन्हौली के रहने वाले हैं। जिंदगी और मौत के साथ संघर्ष कर रहे कैप्टन वरुण की देश के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत के साथ उसी हेलीकॉप्टर में सवार 14 यात्रियों में शामिल थे, जो हादसे का शिकार हो गया।
शौर्य चक्र से सम्मानित कैप्टन वरुण को छोड़ कर बाकी सभी यात्रियों को इस हादसे में मृत घोषित कर दिया गया है। सिंह ने बताया कि गंभीर रूप से घायल कैप्टन वरुण का उपचार सेना के अस्पताल में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देवरिया ही नहीं पूरा देश अपने बहादुर सिपाही के लिए मौत को भी मात देने की कामनाए कर रहा है।
शौर्य चक्र से सम्मानित
साल 2020 में एक हवाई इमरजेंसी के दौरान अपने LCA तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए वरुण सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर इस कैप्टन को इस सम्मान से नवाजा गया था।