Edited By Monika Jamwal,Updated: 10 Aug, 2018 11:57 AM
सेना की मुखबिरी के शक में आतंकवादियों द्वारा अगवा और हत्या किये गये युवक के पिता ने अपना गुस्सा निकाला है।
श्रीनगर: सेना की मुखबिरी के शक में आतंकवादियों द्वारा अगवा और हत्या किये गये युवक के पिता ने अपना गुस्सा निकाला है। उसने उग्रवादियों से सबूत मांगे हैं और कहा है कि किस आधार पर उसके बेटे को मुखबिर साबित करके मार दिया गया। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से बुधवार को दहशतगर्दों ने दो युवकों को अगवा किया और फिर अधमरा करके उन्हें छोड़ दिया, जिसमें से एक युवक की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक की पहचान आरिफ अहमद सोफी निवासी खुडवानी के रूप में हुई।
महराज के साथ जिस दूसरे युवक को उग्रवादियों ने अगवा किया उसका नाम महराज अहमद डार है। महराज का कोई पता नहीं। आरिफ को उसके पैतृक गांव में वीरवार को दफना दिया गया। उसके जनाजे में सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया। इस दौरान लोगों ने कोई नारेबाजी नहीं की। आरिफ के पिता फयाज अहमद सोफी ने कहा कि उनका परिवार हमेशा से कश्मीर आन्दोलन का समर्थक रहा और जमात-ए-इस्लामी का सदस्य होने के नाते सबकुछ कुर्बान कर दिया पर आतंकियों ने उसके बेटे को भी नहीं छोड़ा।
मृतक के पिता ने कहा कि अगर आतंकी ठोस सबूत देते हैं कि उसके बेटे का मुखबिरी में कोई रोल था तो मैं कभी उसकी मौत का मातम नहीं मनाउंगा। उसने कहा कि मेरा बेटा आतंकियों का समर्थक था। आतंकियों को बताना होगा कि उन्होंने उसे क्यों मारा।