Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Nov, 2021 11:07 AM
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (International Film Festival of India) के 52वें संस्करण के समापन समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने सिनेमा के सशक्त माध्यम से रचनात्मक अभिव्यक्ति के बेहतरीन रूपों के प्रचार और...
नेशनल डेस्क: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (International Film Festival of India) के 52वें संस्करण के समापन समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने सिनेमा के सशक्त माध्यम से रचनात्मक अभिव्यक्ति के बेहतरीन रूपों के प्रचार और निर्माण के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। गोवा के डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में फिल्मोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने भारत को दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म निर्माण करने वाला बताते हुए कहा कि हमें और अधिक प्रयास करने की जरूरत है, हम क्षेत्रीय उत्सवों की संख्या में वृद्धि करके भारत को फिल्म सामग्री के निर्माण की एक बड़ी शक्ति बनाना चाहते हैं, हम युवाओं की अपार तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाकर भारत को दुनिया का पोस्ट-प्रोडक्शन हब बनाना चाहते हैं।
हम भारत को फिल्मों और त्यौहारों का केंद्र बनाना चाहते हैं
ठाकुर ने कहा कि हम भारत को विश्व सिनेमा का केंद्र और कहानीकारों के लिए सबसे पसंदीदा स्थल बनाना चाहते हैं। फिल्म प्रेमियों से ठाकुर ने कहा कि 52वां IFFI हमें नई शुरुआत की ओर ले जा रहा है, हम फिल्म निर्माण की अपनी समृद्ध परंपरा और सिनेमा के जरिए कहानी कहने की कला का उत्सव मनाने के लिए एक साथ आए हैं। उन्होंने कहा कि सिनेमा के आइकन और लेजैंड्स के हमारे बीच होने के कारण हमने दर्शकों को आकर्षित किया है और युवा प्रतिभाओं को पहचाना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि IFFI परिवर्तन की परिस्थितियों के साथ तालमेल करता रहा है। इस वर्ष IFFI में पहली बार हमारे पास ओ.टी.टी. प्लेटफार्मों की उपस्थिति और उत्साही भागीदारी हुई है, IFFI ने नई प्रौद्योगिकियों को अपनाया है, दर्शकों को मंचों के विकल्प मिले और बदलते समय के साथ तालमेल स्थापित किया। उन्होंने कहा कि हमने ब्रिक्स देशों की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का भी प्रदर्शन किया है और हम आशा करते हैं कि यह सांझेदारी और आगे बढ़ेगी।
75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो एक अनूठी पहल
सूचना और प्रसारण मंत्री ने अपनी तरह की अनूठी पहल 75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो यानि भविष्य के 75 रचनात्मक लोगों पर बात की जिसमें 75 नवोदित कलाकारों को आई.एफ. एफ.आई. में अवसर प्रदान किया गया था, उन्हें आजादी का अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय उत्सव के हिस्से के रूप में अपनी प्रतिभा को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पेश करने का दुर्लभ अवसर दिया गया था। उन्होंने कहा कि युवा प्रतिभाओं की पहचान करने और उनका पोषण करने के उद्देश्य से एक अनूठी पहल में हमने भविष्य के 75 क्रिएटिव माइंड्स का चयन किया।