Edited By rajesh kumar,Updated: 16 Nov, 2020 10:59 AM
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में तैनात 55 वर्षीय जिला न्यायाधीश कांता मार्टिन ने रविवार को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस उनके सरकारी बंगले का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची और साड़ी से लटके शव को बाहर निकाला।
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में तैनात 55 वर्षीय जिला न्यायाधीश कांता मार्टिन ने रविवार को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस उनके सरकारी बंगले का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची और साड़ी से लटके शव को बाहर निकाला। फिलहाल अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि महिला जज ने आखिर क्यों अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि कांता मार्टिक घर में अकेली रहती थी और अकेलेपन की वजह से वह डिप्रेशन में थीं।
जानें पूरा मामला
मुंगेली के SP अरविंद कुजूर ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार सुबह करीब 9 बजे मार्टिक का कुक उनके बंगले में पहुंचा। काफी देर तक वह बेल बजाता रहा लेकिन दरवाजा नहीं खुला। ऐसे में जब गेट नहीं खुला तो उसने पड़ोस में रहने वाले कोर्ट के दूसरे अफसरों को सूचना दी। जानकारी मिलने के बाद SP मौके पर पहुंचे। दरवाजा तोड़ने के बाद उन्होंने अंदर देखा तो मार्टिन का शव पंखे पर लटका हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने शव को नीचे उतारा। हालांकि कमरे से कोई सुसाइट नोट नहीं मिला है।
MP की रहने वाली थीं जज मार्टिन
जज कांता मार्टिन मध्यप्रदेश के कटनी की रहने वाली थीं। कांता मार्टिन जुलाई 2019 से मुंगेली जिले की जिला एवं सत्र न्यायधीश थीं। वे बिलासपुर, कांकेर, दुर्ग और रायपुर में पोस्टेड रहीं। उनके पति की मौत डेढ़ साल पहले हो चुकी थी। उनके दो बेटे रायपुर और दिल्ली में रहते हैं। पुलिस ने उनके बेटों को घटना की सूचना दे दी है।