Edited By vasudha,Updated: 01 Oct, 2020 01:28 PM
चीन की विस्तारवादी नीतियों का मुकाबला करने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों की चारों तरफ सराहना की जा रही है। दुनिया के साथ साथ चीन भी भारत की ताकत को मान चुका है। चीनी मानवाधिकार के कार्यकर्त्ता और तियानमेन छात्र नेता Zhou Fengsuo का कहना है कि...
नेशनल डेस्क: चीन की विस्तारवादी नीतियों का मुकाबला करने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों की चारों तरफ सराहना की जा रही है। दुनिया के साथ साथ चीन भी भारत की ताकत को मान चुका है। चीनी मानवाधिकार के कार्यकर्त्ता और तियानमेन छात्र नेता Zhou Fengsuo का कहना है कि दुनिया को चीन से मोर्चा लेने के लिए भारत के कदमों का अनुसरण करना चाहिए।
“Emperor Has No Clothes – China Under Xi Jingping” नामक वेबिनार में झोउ फ़ेंगसु ने कहा कि भारत का महान लोकतंत्र चीन का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि दक्षिण चीन सागर में चीन की हेकड़ी को रोकने के लिए जहां भारत ने अपने नौसैनिक एस्सेट भेजे हैं, तो वहीं पूर्वी लद्दाख में चीन की दादागिरी को रोकने के लिए भारत ने अपनी स्पेशल फ़्रंटियर फोर्स को तैनात किया है।
झोउ फ़ेंगसु ने कहा कि भारत की इस अनोखी चीन नीति ने अन्य देशों को भी चीन के विरुद्ध मोर्चा संभालने के लिए प्रेरित किया है। उदाहरण के लिए फिलीपींस ने दक्षिण चीन सागर में चीन को सबक सिखाने के लिए भारत और अमेरिका को निमंत्रित किया है। इसी भांति वियतनाम और जापान भी चीन को उसी के क्षेत्र में खुलेआम चुनौती दे रहे हैं।