Edited By Anu Malhotra,Updated: 08 Aug, 2024 10:46 AM
पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम महिला वर्ग में स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित होने के एक दिन बाद पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की।
नेशनल डेस्क: पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम महिला वर्ग में स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित होने के एक दिन बाद पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की।
29 वर्षीय पहलवान, जो ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं, फाइनल के रास्ते में शानदार प्रदर्शन करने के बाद ऐतिहासिक स्वर्ण से एक मुकाबला दूर थीं। हालाँकि, मंगलवार को अनिवार्य सुबह के वजन के बाद उसका वजन 100 ग्राम अधिक होने के बाद उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। आईए जानते है उनके कुश्ती के इस सफर के बारे में .....
*परिवारिक पृष्ठभूमि:*
विनेश फोगाट का जन्म 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के बलाली गाँव में हुआ था। वह एक प्रसिद्ध पहलवान परिवार से आती हैं। उनके पिता राजपाल फोगाट और माता प्रेमलता फोगाट हैं। विनेश के चाचा महावीर सिंह फोगाट एक मशहूर कुश्ती कोच हैं, जिन्होंने उनकी बहनों गीता फोगाट और बबीता कुमारी को प्रशिक्षित किया है। उनकी बहनें भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल पहलवान हैं।
*करियर की शुरुआत:*
विनेश ने अपने कुश्ती करियर की शुरुआत बहुत छोटी उम्र में ही कर दी थी। अपने चाचा महावीर सिंह फोगाट के निर्देशन में, उन्होंने कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया। 2013 में, उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहली बड़ी जीत हासिल की जब उन्होंने राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
*उपलब्धियाँ:*
- 2014: राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
- 2018: एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
- 2020: टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया, हालांकि पदक नहीं जीत सकीं।
- विनेश ने कई अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी पदक जीते हैं, जैसे एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप और विश्व कुश्ती चैंपियनशिप।
*संघर्ष:*
विनेश का करियर कई उतार-चढ़ावों से भरा रहा है। 2016 रियो ओलंपिक्स में, उन्हें क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दौरान गंभीर चोट लगी, जिससे उन्हें प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। इस चोट ने उनके करियर को गंभीर रूप से प्रभावित किया, लेकिन उन्होंने मजबूत इच्छा शक्ति के साथ वापसी की और 2018 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
*विवाद:*
विनेश फोगाट का विवादों से भी सामना हुआ है। 2018 में, उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अधिकारियों के खिलाफ भेदभाव और अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए थे। इसके अलावा, 2020 में COVID-19 महामारी के दौरान, उन्होंने खेल मंत्रालय द्वारा उचित सुविधाओं की कमी पर भी सवाल उठाए थे।
*सेवानिवृत्ति:*
विनेश फोगाट का करियर उनकी कठिन मेहनत, समर्पण और संघर्ष की कहानी है। उनकी उपलब्धियाँ उन्हें भारत की प्रमुख महिला पहलवानों में से एक बनाती हैं।