Edited By Yaspal,Updated: 30 Apr, 2019 12:38 AM
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले के फैसले पर अपनी टिप्पणी को लेकर शीर्ष न्यायालय में दिए स्पष्टीकरण में न तो कोई ‘‘माफी'''' मांगी न ही कोई...
नई दिल्लीः भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले के फैसले पर अपनी टिप्पणी को लेकर शीर्ष न्यायालय में दिए स्पष्टीकरण में न तो कोई ‘‘माफी'' मांगी न ही कोई ‘‘पछतावा'' प्रकट किया।
राफेल फैसले के बाद ‘‘चौकीदार चोर है'' टिप्पणी को लेकर गांधी के खिलाफ आपराधिक अवमानना याचिका दायर करने वाली लेखी ने उच्चतम न्यायालय में जवाबी हलफनामा दायर किया। उच्चतम न्यायालय लेखी की अवमानना याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगा।
लेखी ने कहा, ‘‘मैं बताना चाहती हूं कि कथित अवमाननाकर्ता (गांधी) के कथित स्पष्टीकरण में इस्तेमाल किए गए शब्दों, आशय और भाषा से यह स्पष्ट है कि कथित अवमाननाकर्ता ने हलफनामे में ना कोई माफी मांगी या ना ही कोई पछतावा प्रकट किया।'' उन्होंने कहा कि गांधी ने हलफनामे में गलत और विरोधाभासी बयान दिए हैं जो अपने आप में अदालत की अवमानना है।
गौरतलब है कि गांधी ने सोमवार को एक बार फिर उच्चतम न्यायालय में राफेल फैसले पर ‘‘चौकीदार चोर है'' की अपनी टिप्पणी के लिये खेद व्यक्त किया।