Edited By Ashish panwar,Updated: 23 Jan, 2020 07:08 PM
भारत में विभिन्न एक्सप्रेस-वे को विमान पट्टी के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे भविष्य में आपात स्थिति में जरूरत पड़ने पर यहां पर विमान उतारे जा सकें। इसी क्रम में दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में सदरपुर गांव के पास ईस्टर्न पेरिफेरल...
नेशनल डेस्कः भारत में विभिन्न एक्सप्रेस-वे को विमान पट्टी के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे भविष्य में आपात स्थिति में जरूरत पड़ने पर यहां पर विमान उतारे जा सकें। इसी क्रम में दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में सदरपुर गांव के पास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार को इंडियन एयरफोर्स ने चार्टर्ड विमान की सफल इमरजेंसी लैंडिंग कराई। यह पहला मौका नहीं है कि जब किसी विमान की इस तरह इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई हो। इससे पहले आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे और गौतमबुद्धनगर से आगरा तक बने यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराई जा चुकी है।
वर्ष, 2017 में उत्तर प्रदेश बने अत्याधुनिक आगरा-लखनऊ एक्सप्रे-वे पर भारतीय वायु सेना ने दो बार टच ऑपरेशन किया था। इससे भी पहले एयरफोर्स के फाइटर प्लेन्स का टच एंड गो सफल ऑपरेशन किया गया था। इसके पीछे बड़ी वजह है कि इन एक्सप्रेस-वे को विमान पट्टी के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे भविष्य में आपात स्थिति में जरूरत पड़ने पर यहां पर विमान उतारे जा सकें। बता दें कि देश में 21 मई, 2015 को सड़क मार्ग को रन-वे के रूप में इस्तेमाल हो चुका है। बताया जा रहा है कि देशभर के 22 चर्चित एक्सप्रेस-वे पर विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग का रिहर्सल की जाएगी।
इसी कड़ी में भविष्य में बनने जा रहे लखनऊ-बलिया एक्सप्रेस-वे पर भी विमान उतारे जाएंगे। पिछले दो साल पहले ही एलान हुआ था कि इन ड्रिल को मिलाकर एयर फोर्स देश के 22 चर्चित एक्सप्रेस वे पर इसी तरह का ड्रिल करने वाली है। गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा से आगरा तक के यमुना एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमान उतारने की प्रैक्टिस/रिहर्सल हो चुकी है। इन 22 एक्सप्रेस-वे में यमुना एक्सप्रेस-वे पहले से ही शामिल है।जबकि, मुरादाबाद एक्सप्रेस-वे का भी नाम है, जहां पर विमान उतारे जाने की रिहर्सल होनी है।