Edited By Monika Jamwal,Updated: 23 Aug, 2019 01:09 PM
जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट के प्रमुख यासीन मलिक की मुसिबतें बढ़ती जा रही है।
नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट के प्रमुख यासीन मलिक की मुसिबतें बढ़ती जा रही है। दिल्ली की तिहाड़ जेल के प्रभारी को मलिक को 11 सितंबर को टाडा कोर्ट में पेश होने का आदेश जारी किया गया है। मलिक जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम मुफ्ती सईद की बेटी रूबिया सईद अपहरण मामले और एयरफोर्स कर्मियों की हत्या के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद हैं। यासीन के खिलाफ आठ दिसंबर 1989 को श्रीनगर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
रिपोर्ट में लिखा गया था कि डा सईद श्रीनगर के ललद्द अस्पताल से अपने घर जा रहीं थीं तो उनका अपहरण किया गया। सीबीआई ने इस संदर्भ में 18 सितंबर 1990 को जम्मू की टाडा कोर्ट में चालान पेश किया था। दूसरी रिपोर्ट के अनुसार 25 जनवरी 1990 की सुबह साढ़े सात बजे रावलपोरा में एयरफोर्स के जवानों पर गोलीबारी की थी। इसमें 49 अधिकारी गंभीर तौर पर घायल हो गये थे और उनमें से पांच की मौत हो गई थी।