Edited By Yaspal,Updated: 19 Jun, 2019 07:07 PM
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव'' के केंद्र सरकार के विचार को असंवैधानिक तथा संघीय व्यवस्था के खिलाफ बताते हुए माकपा ने बुधवार को आरोप लगाया कि यह देश में संसदीय प्रणाली की जगह पिछले दरवाजे से राष्ट्रपति शासन...
नई दिल्लीः ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' के केंद्र सरकार के विचार को असंवैधानिक तथा संघीय व्यवस्था के खिलाफ बताते हुए माकपा ने बुधवार को आरोप लगाया कि यह देश में संसदीय प्रणाली की जगह पिछले दरवाजे से राष्ट्रपति शासन लाने की कोशिश है।
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विचार पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गयी सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद माकपा नेता सीताराम येचुरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक साथ चुनाव का विचार देश में संसदीय प्रणाली की जगह पिछले दरवाजे से राष्ट्रपति शासन लाने की कोशिश है। यह विचार असंवैधानिक और संघीय व्यवस्था के खिलाफ है।'' उन्होंने कहा कि पहले भी एक साथ चुनाव हुए थे लेकिन अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग किया गया। जब तक अनुच्छेद 356 रहेगा तब तक एक साथ चुनाव नहीं हो सकते।
येचुरी के अनुसार बैठक में राकांपा के शरद पवार और भाकपा समेत कई दलों के नेताओं ने कहा कि फिलहाल की व्यवस्था में एक साथ चुनाव संभव नहीं हैं। संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत केन्द्र कुछ आपात स्थितियों में राज्य की चुनी हुई सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगा सकता है।