Edited By Yaspal,Updated: 24 Apr, 2018 05:19 AM
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को भाजपा ने चौथी सूची जारी की, इसमें सात उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा, कर्नाटक भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को टिकट न मिलना।
नेशनल डेस्कः कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को भाजपा ने चौथी सूची जारी की, इसमें सात उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा, कर्नाटक भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को टिकट न मिलना। विजयेंद्र को टिकट न मिलने से उनके समर्थक नाराज हो गए और विरोध प्रदर्शन किया, जबकि येदियुरप्पा का कहना है कि पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं कौ मौका दिया जाना चाहिए।
पार्टी और आरएसएस का कोई दबाव नहीं
मैसूर में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पुद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने अपने बेटे को टिकट न दिए जाने का ऐलान करते हुए काह कि उनका बेटा इस बार चुनाव नहीं लड़ेगा। उन्होंने कहा, इस फैसले के लिए मुझ पर शीर्ष स्तर या फिर आरएसएस की तरफ से कोई दबाव नहीं डाला गया है। येदियुरप्पा के इस ऐलान के बाद उनके समर्थकों ने हंगामा कर दिया। विजयेंद्र के समर्थक चाहते हैं कि पार्टी की ओर से उन्हें चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया जाना चाहिए।
बीजेपी ने जनार्दन रेड्डी के करीबी को दिया टिकट
बीजेपी ने बादामी और वरुणा विधानसभा सीट से अभी उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है जबकि नामांकन करने की अंतिम तारीख 24 अप्रैल है। भाजपा को इन दोनों सीटों से अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करनी है। वहीं बीजेपी की ओर से चौथी सूची में जनार्दन रेड्डी के एक ओर करीबी को टिकट दिया गया है। इससे पहले उनके दो भाइयों को टिकट दिया गया है, रेड्डी के करीबी लालेश रेड्डी को बेंगलुरू के बीटीएम लेआउट विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है।
बेटे को टिकट ने मिलने के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि मेरा बेटा टिकट के बगैर एक आम कार्यकर्ता की तरह मैसूर जिले के छामराज नगर में काम करता रहेगा और अपने कार्यकर्ताओं को विरोध प्रदर्शन रोकने, पार्टी को चुनाव में जीत दिलाने की कोशिश करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि मैं वरुणा के लोगों से माफी मांगता हूं। विजयेंद्र को टिकट नहीं दिए जाने पर मैसूर में उनके समर्थक जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
बेटे के चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान करते हुए येदियुरप्पा ने आगे कहा, 'मेरा बेटा टिकट के बगैर एक आम कार्यकर्ता की तरह मैसूर जिले के छामराज नगर में काम करता रहेगा.' उन्होंने आगे कहा कि अपने कार्याकर्ताओं से टिकट नहीं दिए जाने पर विरोध-प्रदर्शन को तुरंत रोकने और पार्टी को चुनाव में जीत दिलाने की कोशिश करने को कहा है.