Edited By Parveen Kumar,Updated: 18 Sep, 2024 09:38 PM
गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद होने वाली घटनाओं का विस्तृत वर्णन किया गया है। इस पुराण में यह बताया गया है कि कौन से कर्म करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है और किन कर्मों के कारण नरक की यातनाएं सहनी पड़ती हैं।
नेशनल डेस्क : गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद होने वाली घटनाओं का विस्तृत वर्णन किया गया है। इस पुराण में यह बताया गया है कि कौन से कर्म करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है और किन कर्मों के कारण नरक की यातनाएं सहनी पड़ती हैं। इसके साथ ही, नारद पुराण में चार प्रकार के व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी गई है, जिन्हें मृत्यु के बाद नरक का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं वे चार व्यक्ति कौन हैं:
धोखेबाज: जो लोग दूसरों को धोखा देकर अपने स्वार्थ के लिए काम करते हैं, उन्हें नरक में जाना पड़ता है। उनके लिए सच्चाई का पालन करना बहुत जरूरी है।
कंजूस: जो लोग अपनी संपत्ति को बांटने या दान देने से कतराते हैं और केवल अपने लिए ही जीते हैं, उन्हें भी नरक का सामना करना पड़ता है।
पापी: जो लोग हिंसा, हत्या या अन्य प्रकार के गंभीर अपराधों में लिप्त रहते हैं, वे भी नरक के भागी बनते हैं।
अत्याचारियों: जो अपने बल का प्रयोग करके दूसरों पर अत्याचार करते हैं, वे भी नरक की यातनाओं से बच नहीं सकते।
इन चार प्रकार के व्यक्तियों को यह समझना चाहिए कि उनके द्वारा किए गए कर्मों का परिणाम उनके भविष्य को प्रभावित करता है। गरुड़ और नारद पुराण हमें यह सिखाते हैं कि अच्छे कर्म करके ही हम स्वर्ग का अनुभव कर सकते हैं, जबकि बुरे कर्म हमें नरक की ओर ले जाते हैं।