कछुए और खरगोश के उदाहरण आपने बचपन में कई बार सुने होंगे। इस कहानी के माध्यम से हमें यह सिखाया जाता है कि धीमा लेकिन निरंतरशील रहने से जीत मिलती है। हालांकि हर किसी के मन में एक सवाल जरूर था कि धीरे चलने वाला कछुआ एक तेज़ तर्रार खरगोश का कैसे सामना कर सकता है, अब इस वीडियो ने सभी सवालों के जवाब दे द
नेशनल डेस्क: कछुए और खरगोश के उदाहरण आपने बचपन में कई बार सुने होंगे। इस कहानी के माध्यम से हमें यह सिखाया जाता है कि धीमा लेकिन निरंतरशील रहने से जीत मिलती है। हालांकि हर किसी के मन में एक सवाल जरूर था कि धीरे चलने वाला कछुआ एक तेज़ तर्रार खरगोश का कैसे सामना कर सकता है, अब इस वीडियो ने सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं।
आईपीएस अफसर अरुण बोथरा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें कछुए और खरगोश की रेस होती दिखाई दे रही है। शुरुआत में देखा जा रहा है कि खरगोश तेजी से भागते हुए आगे निकल जाता है लेकिन कछुए को काफी दूर देख वह आराम करने रुक जाता है। इसी बीच कछुए अपनी रफ़्तार से चलता रहता है और फिनिश लाइन पर पहुंच जाता है।
वीडियो देख हम समझा सकते हैं कि तेज़ तर्रार खरगोश एक धीमी चाल वाले कछुए से क्यों हारता है। इससे लोगों को सबक मिलता है कि किसी भी इंसान को कभी भी अपना उत्साह कम नहीं करना चाहिए चाहे धीरे धीरे ही सही लगातार संघर्ष करते रहना चाहिए। अरुण बोथरा ने इस वीडियो के साथ लिखा कि परिवार की परंपरा व्यक्तिगत प्रतिष्ठा से पहले आती है।
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