Edited By Monika Jamwal,Updated: 01 Sep, 2018 11:45 AM
कश्मीर घाटी में लोगों को धमकाने के लिए जहां आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के रिश्तेदारों को अगवा करने का नया हथकंडा चुना है वहीं बेखौफ होकर युवा पुलिस में भर्ती होने के लिए आवेदन दे रहे हैं।
श्रीनगर: कश्मीर घाटी में लोगों को धमकाने के लिए जहां आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के रिश्तेदारों को अगवा करने का नया हथकंडा चुना है वहीं बेखौफ होकर युवा पुलिस में भर्ती होने के लिए आवेदन दे रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार नौकरी के विकल्प कम होने और सरकार नौकरी की सुरक्षा को देखते हुये युवा ऐसा कर रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार पांच हजार युवा, जिनमें 218 महिलाएं भी हैं, को इस वर्ष कांस्टेबल के पद पर नियुक्त किया गया। सिर्फ यही नहीं बल्कि पिछले वर्ष एएसआई के पद हेतु भरे गये आवदेनों का चयन भी फाइनल प्रक्रिया में है।
आपको बता दें कि आतंकियों से बेखौफ होकर पिछले वर्ष 67000 युवाओं ने एएसआई के पद हेतु आवेदन किया था। वर्ष 2016 में हिज्ब आतंकी बुरहान वानी के मरने के बाद कश्मीर में बहुत प्रदर्शन हुये पर उसके बाद भी करीब 25000 युवाओं ने मात्र तीन हजार के वेतन वाले एसपीओ के पद हेतु आवेदन किया था। कश्मीर में तनाव की स्थिति से निपटने के लिए 90,000 नियमित पुलिसकर्मी और 31000 स्पेशल पुलिस अफिसर काम कर रहे हैं।