Edited By vasudha,Updated: 08 Apr, 2018 08:34 PM
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में बदलाव को लेकर देश भर में दलित संगठनों का विरोध जारी है। रविवार को मोदी सरकार के मंत्री को भी दलितों के इस विरोध को सामना करना पड़ा। दरअसल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के...
नेशनल डेस्क: सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में बदलाव को लेकर देश भर में दलित संगठनों का विरोध जारी है। रविवार को मोदी सरकार के मंत्री को भी दलितों के इस विरोध को सामना करना पड़ा। दरअसल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष और केंद्र सरकार में मंत्री रामदास अठावले पर एक युवक ने काला कपड़ा डाल दिया। इस दौरान मोदी सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की गई। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।
जानकारी के अनुसार अठावले रविवार को सूरत में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस दौरान कुछ युवक वहां पहुंचे और दलितों के उत्पीड़न की बात कहते हुए नारेबाजी करने लगे। इसी बीच एक युवक ने अठावले पर आरोप लगाते हुए उनके कंधे पर काला झंडा रख दिया। इस घटना से प्रेस कॉन्फ्रेंस में हड़कंप मच गया और वहां मौजूद एक शख्स ने तुरंत मंत्री के कंधे से वह कपड़ा उठाया। युवक ने आरोप लगाया कि दलितों पर अत्याचार होते हैं और हमारे नेता राजनीति करते रहते हैं।
बता दें कि रामदास आठवले खुद दलित हैं। उनकी पार्टी रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया वर्तमान एनडीए सरकार में हिस्सेदार हैं, वो खुद भी केंद्र सरकार में मंत्री हैं। आठवले ने हाल में संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के नाम के साथ उनके पिता 'रामजी' का नाम लगाने का समर्थन किया था। यही नहीं उन्होंनें मायावती को दलितों के हित में एनडीए के साथ आने का भी ऑफर दिया था।