Edited By Seema Sharma,Updated: 09 Jul, 2020 04:05 PM
लोकप्रिय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Zoom अगले पांच सालों में भारत में महत्वपूर्ण निवेश करने और कर्मचारियों की संख्या में ठीक-ठाक वृद्धि करने की योजना बना रहा है, यानि कि कई लोगों के लिए zoom में नौकरी का अवसर होगा। कंपनी के एक टॉप अधिकारी ने यह बात...
नेशनल डेस्क: लोकप्रिय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Zoom अगले पांच सालों में भारत में महत्वपूर्ण निवेश करने और कर्मचारियों की संख्या में ठीक-ठाक वृद्धि करने की योजना बना रहा है, यानि कि कई लोगों के लिए zoom में नौकरी का अवसर होगा। कंपनी के एक टॉप अधिकारी ने यह बात कही। साथ ही उन्होंने चीन के साथ संबंधों को नकारने का प्रयास भी किया। Zoom के अध्यक्ष (उत्पाद और इंजीनियरिंग) वेलचामी शंकरलिंगम ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि कुछ गलतफहमियां निराश करने वाली हैं, खासतौर पर जूम और चीन के बारे में। हम यह स्वीकार करते हैं कि जैसे-जैसे हम भारतीय बाजार में पकड़ बनाते रहे, Zoom से संबंधित तथ्यों के बारे में कुछ भ्रम पैदा हुआ। हम इन्हें स्पष्ट करना चाहते हैं।
शंकरलिंगम ने कहा कि Zoom एक अमेरिकी कंपनी है, जो नासडैक पर सार्वजनिक कारोबार करती है। कंपनी का मुख्यालय भी अमेरिका के सैन जोस में स्थित है। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देशभर में लगे लॉकडाउन के दौरान भारत में Zoom के उपयोक्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। हालांकि, अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी द्वारा हाल में JioMeet की पेशकश के बाद अब Zoom को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। Zoom 40 मिनट तक ही नि:शुल्क वीडियो कॉलिंग सुविधा प्रदान करती है, जबकि JioMeet असीमित मुफ्त वीडियो कॉलिंग की सुविधा देती है। इस कारण एक हफ्ते के भीतर ही JioMeet के ऐप को करीब 10 लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है।
सोशल मीडिया वेबसाइट मीडियम पर एक ब्लॉग में शंकरलिंगम ने कहा कि भारत Zoom के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है। शंकरलिंगम ने कहा कि अगले पांच सालों में और इससे भी आगे देश में महत्वपूर्ण निवेश की योजना है। हमारी योजना कारोबार को बढ़ाने तथा भारत में कर्मचारियों की संख्या को बढ़ाने की भी है। उन्होंने कहा कि जूम भारतीय व्यवसायों, सरकारी एजेंसियों, समुदायों, स्कूल शिक्षकों और अन्य उपयोक्ताओं को जुड़े रहने में मदद कर रही है।