Edited By ,Updated: 04 Sep, 2016 11:29 AM
नैशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो द्वारा जारी की गई अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली देश के सबसे खतरनाक बड़े शहरों में शामिल हो चुका है।
जालंधर(धवन): नैशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो द्वारा जारी की गई अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली देश के सबसे खतरनाक बड़े शहरों में शामिल हो चुका है। ब्यूरो की रिपोर्ट में दिल्ली, बेंगलूर, चेन्नई, हैदराबाद तथा मुम्बई शहरों में होने वाले अपराधों का आपस में तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। दिल्ली में इस समय आम आदमी पार्टी की सरकार है। ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार 1 लाख जनसंख्या के पीछे दिल्ली में सर्वाधिक औसतन 2.80 अपराध हो रहे हैं। इन अपराधों में हत्या, बलात्कार, चोरी, महिलाओं से छेड़छाड़ तथा अंधाधुंध ड्राइविंग के कारण आने वाली चोटें शामिल हैं।
ब्यूरो ने बताया कि बेंगलूर में 1 लाख जनसंख्या के पीछे अपराधों की दर 2.2, चेन्नई में 1.6, हैदराबाद में 1.40 तथा मुम्बई में 0.9 है। ब्यूरो ने पंजाब को लेकर भी अपराधों के आंकड़े आधिकारिक रूप से जारी किए हैं। इसके अनुसार पंजाब में प्रत्येक घंटे में 4 अपराध हो रहे हैं। 2015 में कुल 37,983 अपराध दर्ज किए गए।
2007 की तुलना में 2015 में महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों की गिनती बढ़ कर डबल हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने नैशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों पर ट्वीट करते हुए कहा कि दिल्ली में ‘आप’ सरकार के कुशासन की एक और पोल खुल गई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए दिल्ली के आंकड़ों का भी जिक्र किया।