Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Jul, 2022 03:54 PM
भोलेनाथ को समर्पित सावन का महीना बेहद शुभ माना गया है। इस माह में पड़ने वाली शिवरात्रि तिथि का भी विशेष महत्व है। सावन माह की शिवरात्रि तिथि पर विधि अनुसार भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।
नई दिल्ली: भोलेनाथ को समर्पित सावन का महीना बेहद शुभ माना गया है। इस माह में पड़ने वाली शिवरात्रि तिथि का भी विशेष महत्व है। सावन माह की शिवरात्रि तिथि पर विधि अनुसार भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, सावन शिवरात्रि पर जो भक्त सच्चे मन से भगवान शिव एवं शिव परिवार की पूजा करता है उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ यह भी कहा जाता है कि सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं।
मंगलवार को सावन मास की शिवरात्रि पर देश के लगभग हर शिव मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है। भक्तों ने भगवान भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा की। इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, भांग, धतूरे, फूल-फल इत्यादि चढ़ाकर भक्त भगवान शिव की आराधना करते हैं। हिंदू पंचांग में हर साल में 12 शिवरात्रि होती हैं, लेकिन इनमें से दो शिवरात्रि को खास महत्व दिया जाता है।
इनमें सबसे प्रमुख फाल्गुन मास की शिवरात्रि मानी जाती है, जिसे महाशिवरात्रि भी कहा जाता है। वहीं इसके अतिरिक्त दूसरी महत्वपूर्ण शिवरात्रि सावन की मानी जाती है। इस दिन विधि-विधान से शिव जी की पूजा की जाती है। इस साल सावन माह की शिवरात्रि 26 जुलाई 2022 यानि आज के दिन मंगलवार को मनाई जा रही है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों पर महादेव जल्दी प्रसन्न होते हैं और उन्हें उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।