Edited By Jyoti,Updated: 27 Jul, 2019 05:07 PM
शिव भक्तों को बताने की ज़रूरत नहीं है कि श्रावण महीने का हिंदू धर्म में कितना महत्व है। इस दौरान देश के हर कोने में अगर कोई नाम गूंजता है तो वो शंभूनाथ का क्योंकि ये माह इन्हें ही समर्पित है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
शिव भक्तों को बताने की ज़रूरत नहीं है कि श्रावण महीने का हिंदू धर्म में कितना महत्व है। इस दौरान देश के हर कोने में अगर कोई नाम गूंजता है तो वो शंभूनाथ का क्योंकि ये माह इन्हें ही समर्पित है। हर कोई बस इनकी ही भक्ति में डूबा हुआ दिखाई देता है। कोई मंदिर में इनकी धूनी रमाए बैठा पाया जाता है कोई कांवड़ लेकर “हर हर महादेव” के जयकारों के साथ शिव शंकर के दरबार पर जाते दिखाई देते हैं। बता दें सावन की शुरूआत के साथ ही कांवड़ यात्रा का आगाज़ होता है। इसमें भक्त गण कावंड़ में पावन नदियों का जल लेकर देश में स्थापित 12 ज्योर्तिलिंगो पर गंगा जल अर्पित करते हैं।
श्रावण में सड़कों पर कावंड़ियो को आ देखा जाता है। सावन के इस पावन अवसर पर वाहनों से कांवड़ लेकर जा रहे कांवड़ियों को नोएडा प्रशासन द्वारा एक भेट दिया गया है। जिसके तहत नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ‘हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं’ नीति से कांवड़ियों व समस्त शिव भक्तों को छूट रहेगी।
बता दें कि ट्रैफिक रूल्ज के मद्देनज़र दिल्ली सरकार द्वारा बिना हेलमेट के पेट्रोल नहीं दिए जाने की मोहिम चल रही है। मगर सावन में कांवड़ियां को कांवड़ ले जाकर देखते हुए वाहन चालकों को इस मोहिम से दूर रखा गया है। अधिकारियों ने गुरुवार (25 जुलाई) को इससे संबंधित जानकारी दी है।
नीति के उल्लंघन पर 10,000 रुपए का जुर्माना-
बताया जा रहा है प्रशासन द्वारा इस छूट की घोषणा तब की गई जब ज़िला प्रशासन हेलमेट के बिना पेट्रोल देने पर पेट्रोल पंपों पर कड़ा नियम लागू किया हुआ था। नियम के अनुसार बिना हेलमेट वाले वाहन को पेट्रोल देना अपराध है, जिसके तहत दोषी पाए गए पेट्रोल पंपों पर कार्रवाई होगी। इसमें प्रशासन द्वारा भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है। बता दें कि प्रशासन ने बुधवार (24 जुलाई) को बिना हेलमेट पेट्रोल देकर नीति का उल्लंघन करने पर ग्रेटर नोएडा के एक पेट्रोल पंप पर 10,000 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया।
बिना हेलमेट वाले कांवड़ियोंको मिलेगा पेट्रोल-
इस भेट पर जिला आपूर्ति अधिकारी आर एन सिंह ने कहा, ‘जिला मजिस्ट्रेट बी एन सिंह के निर्देश पर, यह फैसला किया गया है कि ‘हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं’ नीति भक्तों और कांवड़ियों पर लागू नहीं होगी। इसी के चलते ज़िले के सभी पेट्रोल पंपों में ऐलान कर दिया गया है कि अगर कांवड़िए हेलमेट के बिना भी हैं तो उन्हें पेट्रोल-डीजल दे दिया जाए।’