Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Aug, 2022 03:34 PM
महंगाई का असर त्योहारों पर भी पड़ने लगा है। सरोजिनी नगर मार्केट का कुम्हार मार्केट जहां गणेश चतुर्दशी से पहले भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने के लिए भीड़ उमड़ती थी, उसी मार्केट में एक तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है।
नई दिल्ली: महंगाई का असर त्योहारों पर भी पड़ने लगा है। सरोजिनी नगर मार्केट का कुम्हार मार्केट जहां गणेश चतुर्दशी से पहले भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने के लिए भीड़ उमड़ती थी, उसी मार्केट में एक तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। कोरोना वायरस से राहत देखते हुए दुकानदारों ने इस बार ज्यादा तैयारी की थी लेकिन उनका कहना है इस बार का मार्केट पिछले साल से भी खराब है। दुकानदारों ने इस साल गणेश चतुर्दशी के मद्देनजर भगवान गणेश की प्रतिमा के लिए पूरी तैयारी जोर-शोर से कर रखी थी।
कोलकाता से विशेष तौर पर इको फ्रेंडली गणपति मंगाया गए थे। दर्जनों परिवार यहां गणपति को सजाने में जुटा हुआ है लेकिन अफसोस की बात यह है कि गणेश चतुर्दशी के 2 दिन पहले जहां मार्केट में हर तरफ भीड़ हुआ करती थी, लेकिन आज एक तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। मार्केट के प्रधान ने कहा कि इस बार के जो हालात हैं इससे पहले कभी नहीं थे, ऐसा लगता है कि महंगाई के चलते लोग यहां नहीं आ रहे और जो लोग आ रहे हैं वह सस्ती मूर्तियां मांग रहे हैं। कहीं न कहीं महंगाई के चलते इन दुकानदारों की मूर्तियों की खरीदारी इस बार महंगी पड़ी है इसके विपरीत ग्राहक इनसे उन्हीं मूर्तियों को सस्ते दाम में देने की डिमांड कर रहे हैं।
सरोजिनी नगर मार्केट का यह कुम्हार मार्केट कई दशकों पुराना है यहां पर दिल्ली और एनसीआर के कोने-कोने से लोग गणपति की मूर्ति लेने के लिए आते हैं इस बार भले ही इस मार्केट में रौनक ना हो लेकिन जो भी थोड़े बहुत ग्राहक आ रहे हैं उनके अंदर गणपति बप्पा के त्यौहार को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला यह त्यौहार मुख्य रूप से महाराष्ट्र में मनाया जाता है लेकिन बीते कई सालों से दिल्ली वाले भी इस त्यौहार को पूरे हर्षोल्लास से मना रहे हैं।