Edited By Murari Sharan,Updated: 30 May, 2020 10:51 PM
देश में पहली बार ऐसा हुआ जब इंसानों घरों में कैद रहे और मंदिरों के पट को बंद करना पड़ा। मालूम हो कि कोविड-19 के चलते राजधानी ही नहीं बल्कि देश के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं के पूजा पर रोक लगा दी गई थी लेकिन लॉकडाउन 5.0 में ढील देते हुए...
नई दिल्ली/ डेस्क। देश में पहली बार ऐसा हुआ जब इंसानों घरों में कैद रहे और मंदिरों के पट को बंद करना पड़ा। मालूम हो कि कोविड-19 के चलते राजधानी ही नहीं बल्कि देश के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं के पूजा पर रोक लगा दी गई थी लेकिन लॉकडाउन 5.0 में ढील देते हुए अब 8 जून से मंदिरों के पट खोल दिए जाएंगे।
राजधानी के प्रमुख मंदिरों के प्रशासनों का कहना है कि मंदिर खोलने से पहले सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस को अच्छी तरह पढ़ा जाएगा, जिसके बाद ही श्रद्धालु अपने भगवान के दर्शन कर पाएंगे। आइए जानते हैं क्या कहना है मंदिर प्रशासन का।
झंडेवालान मंदिर
झंडेवालान मंदिर के मीडिया प्रभारी नंदकिशोर सेठी ने कहा कि सोमवार तक सरकार की और से मंदिरों को लेकर गाइडलाइंस जारी की जा सकती। हमने सोशल डिस्टेंस के लिए पहले ही तैयारियां कर ली थीं क्योंकि मंदिर प्रशासन के वरिष्ठ सदस्य पूजा और आरती के समय पहुंच रहे थे। हमारी कोशिश है कि आने वाले श्रद्धालु पूरी सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए दर्शन करें।
कालकाजी मंदिर
कालकाजी मंदिर के महंत सुरेंद्र नाथ अवधूत ने बताया कि सरकार के आदेशों का पालन करते हुए 8 जून से मंदिर खोला जाएगा। इस दौरान उचित दूरी सहित जो भी सरकार द्वारा गाइडलाइंस जारी की जाएगी उसका पूरा पालन मंदिर प्रशासन द्वारा किया जाएगा साथ ही श्रद्धालुओं को भी चेताया जाएगा कि वो अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए मंदिर में दर्शनार्थ पहुंचे।
हनुमान मंदिर
कनॉट प्लेस स्थित पांडवकालीन मंदिर के पुजारी सोलु शर्मा ने कहा कि 8 जून से मंदिर खोलने की सरकार की घोषणा का हम स्वागत करते हैं। हमारी पहली प्राथमिकता मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए साफ-सुथरा करने की है जिस पर जल्द ही अमल करना शुरू किया जाएगा। मंदिर में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए व सभी सुरक्षात्मक उपायों को अपनाने वाले श्रद्धालुओं का ही मंदिर में प्रवेश वर्जित होगा। मंदिरों के लिए जारी की गई गाइडलाइंस को पढ़कर उनका पालन किया जायेगा।