Edited By ,Updated: 03 Oct, 2016 02:14 AM
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बुरी तरह से बौखला गया है। नए-नए करतब दिखाकर यह साबित करने में जुटा है कि भारत ने पाकिस्तान...
इस्लामाबाद: सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बुरी तरह से बौखला गया है। नए-नए करतब दिखाकर यह साबित करने में जुटा है कि भारत ने पाकिस्तान में घुसकर कोर्ई कार्रवाई नहीं की। इस बार अपने इस प्रयास में भी पाकिस्तान ने कुछ ऐसा ही किया। जिसमें उसने अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों को सीमा का जायजा दिलाया। पीआेके में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की कार्रवाई की बात से इनकार कर रही पाकिस्तानी सेना पत्रकारों के एक समूह को नियंत्रण रेखा के निकट के स्थानों पर ले गई और वहां की स्थिति के बारे में उनको बताया। दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के बीच नियंत्रण रेखा पर मौजूद पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों ने कहा कि उनकी सीमा के भीतर किसी तरह की कार्रवाई असंभव है। पाकिस्तानी सेना अपनी तरह का एक अलग सा कदम उठाते हुए अंतरराष्ट्रीय मीडिया को सीमा के निकट ले गई और स्थिति को बयां किया।
साल 2011 में भी किया था ऐसा ही वार
भारत की आेर से कहा गया है कि उसके जवानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। भारतीय सैनिकों की आेर से नियंत्रण रेखा को पार करना पाकिस्तान के लिए एक और बड़ा झटका है जो पहले भी साल 2011 में एेबटाबाद में अमेरिकी सैन्य बलों की कार्रवाई को लेकर शर्मिंदगी का सामना कर चुका है। उस वक्त अमेरिकी सुरक्षा बलों ने आेसामा को मार गिराया था। पाकिस्तानी सेना अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों को उस वक्त सीमा पर ले गई जब भारतीय सेना प्रमुख दलबीर सिंह ने सैन्य अभियान में शामिल जवानों को बधाई दी।
हेलीकाप्टर के जरिए लिया जायजा
भारत इस कार्रवाई को लक्षित हमला (सर्जिकल स्ट्राइक) कर रहा है। भारत ने उरी आतंकी हमले में अपने 19 जवानों के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की। पाकिस्तान ने भारत के दावे को खारिज करते हुए कहा कि भारतीय सैनिकों ने 2003 के संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी की जिसमें उसके दो सैनिक मारे गए थे। अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों को हेलीकॉप्टर के जरिए नियंत्रण रेखा उन स्थानों के निकट भी ले जाया गया जहां भारत आतंंकी शिविरोंं को निशाना बनाने की बात कही है। पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों के साथ सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल आसिम सलीम बाजवा भी थे।