15 दिन के अंतराल पड़ेंगे 2 बड़े ग्रहण, गर्भवती महिलाओं पर दिखेगा गहरा प्रभाव

Edited By Jyoti,Updated: 23 Jun, 2019 12:48 PM

15 day intervals will take 2 big eclipse pregnant women will see a deep impact

जालंधर (नरेश): जुलाई का महीना एक तरफ जहां खगोल शास्त्रियों के लिहाज से अहम महीना है वहीं ज्योतिष के लिहाज से भी यह महीना काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इस महीने 15 दिन के भीतर 2 ग्रहण लगने जा रहे हैं। 2 जुलाई को सूर्य ग्रहण है जबकि 17 जुलाई को...

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जालंधर (नरेश): जुलाई का महीना एक तरफ जहां खगोल शास्त्रियों के लिहाज से अहम महीना है वहीं ज्योतिष के लिहाज से भी यह महीना काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इस महीने 15 दिन के भीतर 2 ग्रहण लगने जा रहे हैं। 2 जुलाई को सूर्य ग्रहण है जबकि 17 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। हालांकि सूर्य ग्रहण भारत में नज़र नहीं आएगा लेकिन इसके बावजूद गर्भवती महिलाओं और खास तौर पर इस दौरान जन्म लेने वाले बच्चों की कुंडली में गृह का प्रभाव नज़र आएगा क्योंकि इस दौरान सूर्य और चन्द्रमा राहु-केतु से 30 डिग्री के अंतर के बीच रहेंगे। ज्योतिष में सूर्य आत्मा और चन्द्रमा मन का कारक माना गया है, लिहाजा सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खास ध्यान रखने की ज़रूरत है।
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मिथुन और मकर राशि में लगेगा ग्रहण
2 जुलाई को सूर्य ग्रहण मिथुन राशि में और राहु के आद्र्र नक्षत्र में लग रहा है जबकि इस दौरान चन्द्रमा भी राहु के इसी नक्षत्र में होगा और सूर्य और चन्द्रमा दोनों गृह एक डिग्री के अंतर पर होंगे लिहाजा चन्द्रमा अस्त हो जाएगा। यह ग्रहण सूर्य के अस्त होने से पूर्व चिली अर्जेंटीना में दिखाई देगा जबकि पैसिफिक और दक्षिण अमरीका, इक्वाडोर, ब्राजील, उरुग्वे में दिखाई देगा। भारत में ग्रहण नहीं दिखाई देगा लिहाजा इसका सूतक नहीं लगेगा जबकि 17 जुलाई को ग्रहण के समय चन्द्रमा शनि की राशि मकर में करीब 6 डिग्री पर उत्तरषाढ़ा नक्षत्र में गोचर करेगा। चंद्र ग्रहण का सूतक 16 जुलाई शाम 4 बजे लगेगा और आंशिक चंद्र ग्रहण 16 जुलाई मध्य रात्रि 1.33 से शुरू हो कर 4.30 बजे तक रहेगा और भारत में ग्रहण की अवधि करीब 2 घंटे 57 मिनट रहेगी लेकिन ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 32 मिनट के करीब रहेगी। यह ग्रहण यूरोप के अधिकतर देशों के अलावा एशिया के अधिकतर हिस्से आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, साऊथ, ईस्ट और नॉर्थ अमरीका में भी दिखाई देगा।
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सूर्य ग्रहण बुध की राशि मिथुन में लग रहा है जबकि इस सूर्य की सीढ़ी दृष्टि बृहस्पति की राशि धनु पर पड़ेगी। बुध ज्योतिष में व्यापार और गुरु वित्त का कारक है जबकि चंद्र ग्रहण शनि की राशि मकर में लग रहा है, लिहाजा इन तीनों राशियों के जातकों पर ग्रहण का सीधा प्रभाव पड़ेगा। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं अपना खास ध्यान रखें और ग्रहण के समय बाहर न निकलें क्योंकि ग्रहण के दौरान निकलने वाली तरंगों से बच्चे पर प्रभाव पड़ सकता है। 
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—बहादुर सिंह देवगन, फ्यूचर फॉरकास्ट, जालंधर कैंट

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